हरिद्वार, एबीपी गंगा। देश का अन्नदाता कहे जाने वाले किसान अपनी बेबसी पर आंसू बहाने पर मजबूर हैं। बकाया गन्ना भुगतान को लेकर मजबूर किसानों ने सरकार को आर-पार की लड़ाई की चेतावनी दे दी है। सप्ताह भर में किसानों का बकाया भुगतान नहीं हुआ तो किसान उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दे रहे हैं। किसानों ने साफ तौर पर प्रदेश सरकार व केंद्र सरकार पर किसानों का शोषण किया जाने का आरोप लगाया है।
मंगलौर क्षेत्र में पिछले साल का किसानों को अभी तक गन्ना भुगतान नहीं मिल पाया है जिससे परेशान किसानों ने कई बार धरना प्रदर्शन किया। कई बार गन्ना सोसायटी समिति को भी ताला लगाया लेकिन प्रशासन द्वारा झूठा आश्वासन देकर किसानों को शांत कर दिया गया। मंगलौर क्षेत्र में स्थित लिब्बरहेरी शुगर मिल ने शुक्रवार को अपना गन्ना पेराई सत्र समाप्त कर दिया है। अभी तक किसानों को पिछले साल का बकाया गन्ना भुगतान नहीं मिल पाया है, समय पर गन्ना भुगतान ना मिलने पर किसानों के सामने रोजी-रोटी का भी संकट आन खड़ा हुआ है। स्कूल में बच्चों की फीस वक्त पर जमा ना होने पर बच्चों का भविष्य अधर में लटका हुआ है। पैसों की तंगी के कारण किसान के बच्चे स्कूल में एडमिशन नहीं ले पा रहा है, जिससे किसानों के बच्चे शिक्षा से भी वंचित हो रहे हैं।
गन्ने का बकाया भुगतान को लेकर किसानों ने कई बार शासन-प्रशासन से गुहार लगा चुके हैं। गन्ना मंत्री सहित प्रदेश के मुख्यमंत्री से मिलकर भी बकाया गन्ना भुगतान की मांग कर चुके हैं लेकिन अभी तक किसानों को गन्ने का बकाया भुगतान नहीं मिल पाया है। अब शुगर मिल प्रबन्धक ने सप्ताह भर में किसानों का बकाया गन्ना भुगतान देने का वायदा किया है।