UP Politics: 'इस्तीफा देकर लड़ें चुनाव, याद दिला देंगे छठी...', इस पार्टी नेता ने ओम प्रकाश राजभर को दिया चैलेंज
Ghosi By Election 2023: सुहेलदेव स्वाभिमान पार्टी के बृजेश राजभर का कहना है कि अगर ओपी राजभर अपनी विधायकी से इस्तीफा देक उपचुनाव लड़ते हैं, तो वह हार जाएंगे.
Ghosi By Election 2023: आगामी लोकसभा चुनाव 2024 से पहले उत्तर प्रदेश की राजनीति में बड़े परिवर्तन देखने को मिल रहे हैं. एक ओर घोसी उपचुनाव को एनडीए और इंडिया गठबंधन के बीच टेस्ट के तौर पर देखा जा रहा था. वहीं इस उपचुनाव में ओम प्रकाश राजभर की इज्जत दांव पर लगी थी. फिलहाल घोसी चुनाव हारने के बाद एक ओर जहां उनके मंत्री पद को लेकर सवाल उठ रहे थे. वहीं अब सुभासपा से अलग होकर बनी सुहेलदेव स्वाभिमान पार्टी ने ओपी राजभर को बड़ा चैलेंज दे दिया है.
सुहेलदेव स्वाभिमान पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बृजेश राजभर ने सुभासपा प्रमुख को जहुराबाद विधानसभा से इस्तीफा देकर फिर से चुनाव लड़ने का चैलेंज दिया है. उनका कहना है कि जहुराबाद विधानसभा सीट पर ओपी राजभर सिर्फ समाजवादी पार्टी के कारण जीत पाए हैं. सुहेलदेव स्वाभिमान पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बृजेश राजभर चैलेंज देते हुए कहा कि सुभासपा प्रमुख ओपी राजभर इस्तीफा देकर फिर से इस सीट पर चुनाव लड़ लें. वह इसे जीत नहीं पाएंगे.
माननीय ओम प्रकाश राजभर जी आप भी जहुराबाद विधानसभा से इस्तीफा देकर फिर से चुनाव लड़ लीजिए फिर पता चलेगा सुहेलदेव स्वाभिमान पार्टी 🙏🙏प्रदेश अध्यक्ष श्री बृजेश राजभर जी सुहेलदेव स्वाभिमान पार्टी जिंदाबाद pic.twitter.com/AJdaSAlNWc
— उर्मिला राजभर (@UrmilaRajbharH) September 10, 2023
जहुराबाद विधानसभा सीट से इस्तीफा देकर फिर लड़े चुनाव
दरअसल सुहेलदेव स्वाभिमान पार्टी की प्रदेश प्रभारी उर्मिला राजभर ने एक्स पर एक वीडियो पोस्ट किया है. इसमें सुहेलदेव स्वाभिमान पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बृजेश राजभर पूरे जोश में चैलेंज करते हुए कह रहे हैं कि "जहुराबाद विधानसभा सीट ओपी राजभर की विरासत नहीं है. वो विरासत समाजवादी गठबंधन से तुम जीते हो. ये बृजेश राजभर चैलेंज करता है, अगर ओम प्रकाश राजभर जहुराबाद विधानसभा सीट से इस्तीफा दे दो और फिर करवा लो उपचुनाव, तुमको छठी का दूध याद दिलवा देंगे."
ओपी राजभर को बताया गद्दार
ओम प्रकाश राजभर पर निशाना साधने के साथ ही उन्होंने गद्दार तक कह दिया. बृजेश राजभर ने कहा, "कम से कम दारा सिंह चौहान में एक गुण तो जरूर था, कि वह स्वाभिमानी था. वह ऐसे ही भागकर नहीं चला गया. वो इस्तीफा दिया फिर भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा और चुनाव हार गया. उसको उस गद्दारी की लिस्ट में नहीं देखा जाएगा. जितनी बड़ी गद्दारी ओम प्रकाश राजभर ने किया."
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