एबीपी गंगा। केंद्र सरकार ने देश की बेटियों के उज्जवल भविष्य के लिए सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi-Yojana) के तहत अच्छी निवेश योजना शुरू की है। 10 साल से कम उम्र की बच्ची के लिए उच्च शिक्षा और शादी के लिए बचत करने के लिए ये योजना बेहतरीन है। इसमें मिलने वाला रिटर्न इस योजना की सबसे बड़ी खासियत है। ये रिटर्न अन्य किसी योजना से काफी ज्यादा है। मौजूदा वक्त में इस योजना में आपको 7.6 फीसदी का ब्याज मिल रहा है।
सेक्शन 80सी के तहत टैक्स में भी छूट
इस योजना से जुड़ी कई सारी जानकारी SBI की वेबसाइट पर भी दी गई हैं। जिसमें बताया गया है कि इस योजना के सेक्शन 80सी के तहत निवेश करने पर आपको टैक्स में भी छूट का फायदा मिलता है। जिसका मतलब है कि अगर आपने सालाना 1.5 लाख रुपये का निवेश किया, तो आप टैक्स छूट का फायदा उठा सकते हैं। इतना ही नहीं, इस योजना से मिलने वाला रिटर्न भी टैक्स फ्री होगा।
कभी मिलता था 9 फीसदी से ज्यादा रिटर्न
एक वक्त था जब इस योजना में निवेश करने पर 9 फीसदी से ज्यादा रिटर्न मिलता था, ये वक्त साल 2016-17 का था। ये रिटर्न भी इनकम टैक्स की छूट के साथ था। इससे पहले 9.2 फीसदी तक ब्याज भी मिला था। हालांकि, अब इस योजना के तहत एक अप्रैल 2020 से 30 जून 2020 तक 7.6 फीसदी ब्याज मिलेगा। बता दें कि सुकन्या समृद्धि योजना खाते से माता-पिता 18 साल की उम्र के बाद बच्चे की उच्च शिक्षा के खर्च के लिए 50 फीसदी तक की रकम निकाल सकते हैं।
अप्रैल 1 | 2014 | 9.1% |
अप्रैल 1 | 2015 | 9.2% |
अप्रैल 1, 2016 -जून 30 | 2016 | 8.6% |
जुलाई 1, 2016 -सितम्बर 30 | 2016 | 8.6% |
अक्टूबर 1, 2016-दिसम्बर 31 | 2016 | 8.5% |
जुलाई 1, 2017-दिसंबर 31 | 2017 | 8.3% |
अक्टूबर 1, 2018 - दिसंबर 31 | 2018 | 8.5% |
जनवरी 1, 2019 - मार्च 31 | 2019 | 8.5% |
किसके लिए फायदेमंद है ये योजना
वित्तीय सलाहकारों का कहना है कि ये योजना उन अभिभावनों के लिए फायदेमंद हैं, जो छोटी-छोटी बचत के माध्यम से अपने बच्चों की उच्च शिक्षा और शादी के लिए रकम जमा करना चाहते हैं। इसके अलावा ये योजना उन लोगों के लिए भी अच्छी कही जा सकती है, जिनकी आमदनी कम हैं। इस स्कीन की खासियत पूंजी की सुरक्षा है। खास बात है कि अगर आप निवेश के इस विकल्प पर पैसा लगाते हैं, तो आप इनकम टैक्स भी बचा सकते हैं। जो लोग शेयर बाजार में पैसा लगाने को जोखिम से बचना चाहते हैं और फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) में गिरते ब्याज दर से दुखी हैं, उनके लिए भी सुकन्या समृद्धि योजना निवेश का अच्छा विकल्प है।
सरकार से मिलती है पूरी गारंटी
अक्सर लोगों को निवेश करने पर पैसा डूबने का भी डर रहता है, लेकिन सुकन्या समृद्धि योजना (एसएसवाई) को लेकर सरकार की ओर से पूरी गारंटी मिलती है। ये केंद्र सरकार की एक छोटी बचत योजना है, जिसे बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना के तहत लॉन्च किया गया है। ये छोटी बचत स्कीन जरूर है, लेकिन बेहतर ब्याज दर देती है।
सुकन्या समृद्धि योजना के कैसे खुलवाएं अकाउंट
गर्ल चाइल्ड यानी बेटी के जन्म लेने से 10 साल से पहले आप सुकन्या समृद्धि योजना के तहत अकाउंट खुलवा सकते हैं। इसके लिए आपको कम से कम 250 रुपये के जमा कराने होंगे। सुकन्या समृद्धि योजना के तहत चालू वित्त वर्ष में धिकतम 1.5 लाख रुपये जमा कराये जा सकते हैं।
सुकन्या समृद्धि योजना खाता कहां खुलेगा ?
इस योजना के तहत खाता किसी भी पोस्ट ऑफिस या SBI में खोला जा सकता है। इसके अलावा कई और बैंकों की ब्रांच में भी ये सुविधा उपलब्ध है। गर्ल चाइल्ड के 18 साल की उम्र होने या 21 साल होने के बाद उसकी शादी तक इस खाते को चलाया जा सकता है।
खाता खोलने के नियम
बेटी के जन्म के 10 की उम्र से पहले माता-पिता या फिर कानूनी अभिभावक द्वारा सुकन्या समृद्धि योजना के तहत खाता खोला जा सकता है। नियम के मुताबिक, एक बेटी के नाम पर एक ही खाला खोला जा सकता है और उसी खाते में पैसा जमा किया जा सकता है। यानी आप बेटी के नाम पर सुकन्या समृद्धि योजना के तहत दो खाते नहीं खुलवा सकते हैं। खासा खोलते वक्त आपको बच्ची का बर्थ सर्टिफिकेट पोस्ट ऑफिस या बैंक में देना अनिवार्य होगा। इसके अलावा बच्ची और उसके अभिभावक की पहचान और पते का प्रमाण पत्र भी सौंपना जरूरी होगा।
न्यूनतम और अधिकतम जमा राशि
इस योजना के तहत अकाउंट खोलने के लिए आपको न्यूनतम 250 रुपये जमा कराने होंगे। बाद में आप 100 रुपये के गुणक में पैसा जमा करा सकते हैं। चालू वित्त वर्ष के मुताबिक, कम से कम 250 रूपये जमा कराकर ये खाता खुलवाया जा सकता है और खाते में 1.5 लाख रुपये से अधिक रुपये भी जमा नहीं कराए जा सकते हैं।
पैसा कब तक जमा करना होगा ?
खाता खोलने के दिन से लेकर 15 साल तक कन्या समृद्धि योजना खाते में पैसा जमा कराया जा सकता है। उदाहरण से समझें- 9 साल की बच्ची के अकाउंट में उसके 24 साल होने तक पैसा जमा कराया जा सकता है। वहीं, बच्ची के 24-30 साल होने तक अकाउंट मैच्योर होने तक जमा रकम पर ब्याज मिलता रहेगा।
अगर बीच में नहीं जमा किया पैसा तो...?
अगर किसी कारण से आप बीच में पैसा नहीं जमा करा पाए हैं, या यूं कहें कम से कम रकम जमा नहीं हुई है, तो ऐसी स्थिति में आप 50 रुपये सालाना की पेनाल्टी देकर इसे नियमित करा सकते हैं। इसके अलावा हर साल के लिए जमा कराने वाली कम से कम राशि भी अकाउंट में डालनी पड़ेगी। अगर आपने पेनाल्टी नहीं चुकाई, तो खाते मेंजमा रकम पर आपको पोस्ट ऑफिस के सेविंग अकाउंट के बराबर ब्याज मिलेगा, जो की चार फीसदी है।
पैसा कब मिलेगा
अकाउंट खोलने के दिन से लेकर 21 साल पूरे होने या फिर बेटी की शादी होने के बाद अकाउंट मैच्योर हो जाएगा और आप पैसा निकाल सकते हैं। अगर सुकन्या समृद्धि योजना की खाता धारक की मौत हो जाती है, तो ऐसी स्थिति में आप उसका डेथ सर्टिफिकेट दिखाकर खाते को बंद करा सकते हैं। इसके बाद अभिभावक को खाते में जमा राशि ब्याज सहित वापस दे दी जाएगी।
क्या बीच में खाता बंद करा सकते हैं?
ऐसी भी कई स्थिति हैं, जहां आप पांच साल के बाद एसएसवाई खाते को बंद करा सकते हैं, ये वो परिस्थितियां हैं जैसे कोई जानलेवा बीमारी। इसके अलावा भी अगर आप किन्हीं अन्य कारणों से खाता बंद कराना चाहते हैं, तो इसकी भी इजाजत दी जा सकती है, लेकिन उसपर खाते के हिसाब से ही ब्याज सेविंग मिलेगा।
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