Name of Sultanpur change into Kush Bhawanpur: यूपी के सुल्तानपुर (Sultanpur) का नाम बदलकर कुशभवनपुर (Kush Bhawanpur) करने की लंबे समय से यहां के निवासी मांग कर रहे थे. वहीं, लम्भुआ विधानसभा से बीजेपी विधायक देवमणि द्विवेदी (Devmani Dwivedi) ने नाम बदलने की मांग उठाई थी. उनके बाद अब पूर्व केंद्रीय मंत्री व सुल्तानपुर की सांसद मेनका गांधी (Maneka Gandhi) ने भी सुल्तानपुर का नाम बदलने का समर्थन किया है. वर्ष 2019 को उत्तर प्रदेश के तत्कालीन राज्यपाल रहे रामनाईक (Ram Naik) ने भी यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) को चिट्ठी लिखी थी. वहीं, अब सुल्तानपुर का नाम बदलने को लेकर एक बार फिर चर्चा तेज हो गई है.


विधायक ने विधानसभा में नाम बदलने का प्रस्ताव पेश किया था


2018 में नगर पालिका बोर्ड की बैठक में सुल्तानपुर का नाम बदलकर कुशभवनपुर करने का एजेंडा भी पास किया गया था. इसके बाद सुल्तानपुर के लम्भुआ से बीजेपी विधायक देवमणि द्विवेदी ने विधानसभा में जिले का नाम बदलने का प्रस्ताव पेश किया था.


महाराज कुश ने बसाया था सुल्तानपुर


आपको बता दें कि, कुशभवनपुर के संस्थापक महाराज कुश जी थे. यहां पर लोग इनकी जयंती भी मनाते हैं. सुल्तानपुर जिले का नाम बदलने का हर तरह से समर्थन भी लोगों ने किया है. वहीं, पूर्व मंत्री व सुल्तानपुर जिले की सांसद के मीडिया प्रभारी विजय रघुवंशी ने बताया कि पूर्व केंद्रीय मंत्री व सांसद मेनका गांधी ने कुशभवनपुर उत्थान सेवा समिति के द्वारा उठाये जा रहे सुलतानपुर जिले के पुनः कुशभवनपुर नाम बदलने की मांग भी की है.


चार महीने पहले भेजा गया था प्रस्ताव


वहीं, जब एबीपी गंगा के रिपोर्टर ने जिलाधिकारी से बात की तो जिलाधिकारी रवीश कुमार गुप्ता ने बताया कि, यहां 4 महीने पहले प्रस्ताव भेजा गया था, जिसका शासन ने संज्ञान लिया है.


ऐसा है धार्मिक महत्व 


लम्भुआ विधानसभा से विधायक देवमणि दुबे ने नियम 311 के तहत विधानसभा में सुल्तानपुर का नाम बदलने के विषय पर चर्चा का प्रस्ताव पूर्व में ला ही चुके थे. प्रस्ताव को स्वीकार भी कर लिया गया था. वहीं, बीजेपी विधयाक का कहना है कि, अयोध्या से लगभग 60 किलोमीटर दूर सुल्तानपुर जिले को भगवान श्रीराम के पुत्र कुश ने बसाया था और इसे कुशभवनपुर नाम से जाना जाता था. वहीं, माता सीता ने यहीं रुककर स्नान भी किया था, इसलिए इस घाट का नाम सीताकुण्ड घाट बोला जाता है. और यहां पर लोग दूर-दूर से स्नान करने भी आते हैं. सुल्तानपुर के गजेटियर में भी इस बात का उल्लेख है कि, इसका नाम कुशभवनपुर ही था. उस समय मुगलों ने कुशभवनपुर का नाम बदलकर सुल्तानपुर कर दिया था, ऐसे में इसका पुराना नाम होने से जहां लोगों के लिए गर्व की बात होगी.



ये भी पढ़ें.


UP: लोकतंत्र पर अवैध कब्जा करने की साजिश कर रही BJP, विधानसभा चुनाव में हार तय- अखिलेश यादव