Sultanpur encounter: उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में हुए मंगेश यादव एनकाउंटर मामले में अब मजिस्ट्रेट जांच होगी. जांच के लिए सुल्तानपुर जिलाधिकारी कृत्तिक ज्योत्सना ने आदेश दे दिया है. वहीं लभुआ एसडीएम विदुषी सिंह मामले की जांच करेगी. डीएम ने एसडीएम को 15 दिन में जांच पूरी करने का निर्देश दिया है. बता दें कि इस एनकाउंटर के बाद सपा मुखिया अखिलेश यादव ने सवाल उठाए थे.


दरअसल पूरा मामला सुल्तानपुर कोतवाली नगर के ठठेरी बाजार में सर्राफा भरत जी सोनी के यहां 28 अगस्त को डकैती में एक लाख का इनामी जौनपुर का मंगेश यादव भी शामिल था. बीते 5 सितंबर को देहात कोतवाली थाना क्षेत्र में एसटीएफ ने मंगेश यादव का एनकाउंटर कर मार गिराया था. वहीं इस मुठभेड़ के बाद एसटीएफ ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार भी किया था. वहीं अन्य बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम गठित की गई है.


अखिलेश यादव ने बताया था नकली एनकाउंटर
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सुल्तानपुर में डकैती के आरोपी मंगेश यादव के पुलिस एनकाउंटर पर सवाल उठाए थे उन्होंने अपने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा- जब मुख्य आरोपी ने सरेंडर कर दिया है तो लूट का सारा माल भी पूरा वापस होना चाहिए और सरकार को मुआवजा अलग से देना चाहिए क्योंकि ऐसी घटनाओं का जो मानसिक आघात होता है उससे उबरने में बहुत समय लगता है, जिससे व्यापार की हानि होती है, जिसकी क्षतिपूर्ति सरकार करे.


पांच लोगों ने लूट की घटना को दिया था अंजाम


पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि सर्राफा व्यापारी भरत जी सोनी के आवास में ही दुकान है और दोपहर करीब 12 बजे दो मोटरसाइकिलों पर सवार पांच व्यक्ति दुकान में घुसे. उन्होंने बताया कि दुकान में घुसे पांच बदमाशों में से तीन ने हेलमेट लगा रखा था जबकि एक व्यक्ति ने गमछे से मुंह ढक रखा था और एक ने सिर में गमछा लपेट रखा था.


अधिकारी ने बताया कि हेलमेट लगाए दो बदमाशों ने असलहे के बल पर दुकानदार और उसके बेटे को रोके रखा और तीन बदमाशों ने ज़ेवरात और नकदी को एक बैग में भरा लिया. उन्होंने बताया कि 10 मिनट में दुकान खाली कर बदमाश मोटरसाइकिल से फरार हो गए.


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