Sultanpur News: लखनऊ-वाराणसी हाईवे पर मौत की वजह बना रेलवे और NHAI का ये विवाद, हो चुके हैं कई हादसे
Sultanpur News: सपा नेता शकील अहमद ने कहा कि रेलवे स्टेशन के सामने नेशनल हाईवे और रेलवे डिपार्टमेंट का आपस में कुछ विवाद है, जिसकी वजह इसके सामने सड़क नहीं बन पाई है.
Sultanpur News: सुल्तानपुर में रेलवे और NHAI के बीच विवाद का दंश राहगीरों को झेलना पड़ रहा है. हाल ये है कि लखनऊ वाराणसी हाईवे पर करीब 200 मीटर की सड़क न बनने से आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं, अब तक करीब तीन दर्जन से ज्यादा लोगों की मौत भी हो चुकी है, लेकिन सुनने वाला कोई नहीं. जिसे लेकर सपा नेता शकील अहमद की अगुवाई में बुधवार को दर्जनों लोग कलेक्ट्रेट पहुंचे और डीएम को ज्ञापन सौंप हाईवे की सड़क पूरी करने की मांग की.
दरअसल, ये मामला है बंधुआ कला रेलवे स्टेशन के सामने की है. कहने को NHAI ने लखनऊ-वाराणसी का कार्य सुल्तानपुर तक पूरा कर दिया है, लेकिन बंधुआ रेलवे स्टेशन के सामने करीब 200 मीटर की सड़क अधूरी रह गई. बताया जा रहा है की रेलवे ने अपनी जमीन NHAI को नहीं दी, जिसके चलते ये सड़क अधूरी रह गई. इस अधूरी सड़क का नतीजा ये रहा कि आए दिन तेज रफ्तार गाडियां अचानक यहां पहुंच कर अनियंत्रित हो जाती है और दुर्घटना का शिकार हो जाती है. स्थानीय लोगों की माने तो अब तक यहां करीब 300 से ज्यादा दुर्घटनाएं हो चुकी हैं जिसमें तीन दर्जन से ज्यादा लोग अपनी जान गवां चुके हैं.
सपा नेता शकील अहमद ने जताया विरोध
सपा नेता शकील अहमद की अगुवाई में आज दर्जनों लोग कलेक्ट्रेट पहुंचे और जिलाधिकारी जसजीत कौर को ज्ञापन सौंपा. उन्होंने जिलाधिकारी से अनुरोध किया कि दोनों विभागों से पत्राचार कर जल्द से जल्द हाईवे निर्माण पूरा करवाया जाए. उन्होंने कहा कि जब तक सड़क निर्माण न पूरा हो तब तक वहां वैकल्पिक रूप में सिपाहियों की तैनाती की जाए, ताकि दुर्घटनाओं को रोका जा सके. इसके साथ ही असरोगा टोल प्लाजा पर टोल न वसूला जाए. सपा नेता शकील अहमद ने चेतावनी दी है कि अगर इसके बाद भी निर्माण न हुआ तो वे स्थानीय लोगों के साथ आमरण अनशन और भूख हड़ताल पर बैठ जाएंगे.
सपा नेता शकील अहमद ने कहा कि रेलवे स्टेशन के सामने नेशनल हाईवे और रेलवे डिपार्टमेंट का आपस में कुछ विवाद है, जिसकी वजह से यहां की सड़क नहीं बनी हुई है, जिसकी वजह से यहां कई घटनाएं हो चुकी हैं. हमारी डीएम से मांग है कि चिट्ठी लिखकर हमारी समस्या का समाधान कराया जाए. जब तक नेशनल हाईवे नहीं बनता, तब तक वैकल्पिक व्यवस्था के लिए कम से कम दो सिपाही खड़े किए जाए.