सुल्तानपुर डकैती मामले में पुलिस ने कोर्ट में दाखिल की चार्जशीट, 10 को बनाया आरोपी
Sultanpur Loot Case: सुल्तानपुर में तीन महीने पहले ज्वैलरी व्यापारी के यहां हुई लूट मामले में पुलिस ने दस आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी है. इस मामले ने काफी सुर्खियां बटोरीं थीं.
Sultanpur News: यूपी के सुल्तानपुर में तीन महीने पहले आभूषण की दुकान में हुई डकैती मामले पुलिस ने चार्जशीट दाखिल कर दी है. सीजेएम नवनीत सिंह ने इसका संज्ञान लेते हुए सुनवाई के लिए पुलिस रिपोर्ट को सुरक्षित रखा लिया है. इस मामले में नगर कोतवाल नारद मुनि सिंह द्वारा अब तक की तफ्दीश में 10 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई है. इस लूट मामले में आरोपी मंगेश यादव और अनुज प्रताप सिंह की पुलिस एनकाउंटर में मौत हो चुकी है.
पुलिस की ओर से इस डकैती कांड में आरोपी सचिन सिंह, पुष्पेंद्र सिंह, त्रिभुवन उर्फ लाला हरिजन, बिपिन सिंह, विनय शुक्ला, विवेक सिंह, अजय यादव उर्फ डीएम, अंकित यादव उर्फ शेखर, अरविन्द यादव उर्फ फौजी और दुर्गेश प्रताप सिंह के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है. वहीं आरोपी अरबाज व फुरकान के खिलाफ अब भी तफ्दीश लंबित बताई गई है. घटना के तीन महीने बाद भी पुलिस दो आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर सकी है. इस मामले में पुलिस की कार्यशैली पर शुरू से ही सवाल उठते रहे हैं.
आरोपी अरबाज के एक अज्ञात साथी की भी लूट में संलिप्तता बताई जा रही है. लेकिन पुलिस अब तक उसे गिरफ्तार नहीं कर पाई है. चार्जशीट में इन सभी को लूट का आरोपी बनाया गया है. हालांकि कई आरोपियों ने खुद पर लगे आरोपों को गलत बताया है.
पुलिस की कार्यशैली पर उठे थे सवाल
बता दें 28 अगस्त को कोतवाली नगर क्षेत्र स्थित चौक ठठेरी बाजार सुल्तानपुर में दिनदहाड़े तमंचे की नोक पर भरत ज्वैलर के यहां करोड़ों की लूट हुई थी. पाँच बदमाश नकाब पहनकर उनकी दुकान पर आए और बंदूक की नौंक पर वारदात को अंजाम किया. ये पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी. इस घटना को लेकर पुलिस का काफी किरकिरी का सामना करना पड़ा था. वहीं एक आरोपी मंगेश यादव के एनकाउंटर को लेकर भी काफी विवाद देखने को मिला था.
समाजवादी पार्टी ने लूट के आरोपी मंगेश यादव के एनकाउंटर को पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए. अखिलेश यादव ने तो मंगेश की जाति देखकर उसकी हत्या करने का आरोप लगाया गया. इस मामले में जेल गए एक आरोपी अरविन्द यादव उर्फ फौजी को बीते 5 नवंबर को एडीजे कोर्ट से जमानत मिल चुकी है. एक आरोपी त्रिभुवन उर्फ लाला हरिजन की भी जमानत अर्जी नॉन प्रजेंट में बीते दिनों खारिज की जा चुकी है. वहीं बाकी आरोपियों की ओर से अभी तक जमानत की अर्जी नहीं दी गई.
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