उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के सुल्तानपुर (Sultanpur) में बीते दिन एक सड़क हादसे में दो युवकों की मौत मामले में नया मोड़ आया है. परिजनों ने सड़क हादसे में मौत की बात को नकारते हुए थाने में तैनात सिपाही पर ही हत्या करवाने का आरोप लगाया था. बीती शाम परिजनों ने लखनऊ वाराणसी हाइवे जाम कर दिया था और सिपाही पर मुकदमा दर्ज करने की बात करने लगे. मौके पर विभागीय उच्चाधिकारियों के पहुंचकर सिपाही पर कार्रवाई का आश्वासन देने के बाद परिजन हाइवे से हटे. पुलिस परिजनों की तहरीर पर थाने में तैनात सिपाही पर मुकदमा दर्ज करके आगे की कार्रवाई में जुट गई है.
देख लेने की धमकी दी थी-परिजन
मामला कुड़वार थाना क्षेत्र के भदहरा गांव के करीब का है. यहां बीते दिन सुबह दो बाइक सवारों की भिड़ंत में प्रदीप कोरी और प्रदीप पांडेय की मौत हो गयी थी. मामले में नया मोड़ तब आया जब परिजन इस घटना को दुर्घटना नहीं बल्कि हत्या करवाने की साजिश होने की बात करने लगे. दोनों मृतक युवकों के परिजनों ने कुड़वार थाने में तैनात सिपाही पर हत्या करवाने का आरोप लगाते हुए कहा कि बीते कुछ दिनों पहले सिपाही से युवकों की कहासुनी हुई थी जिसमें युवकों को सिपाही ने देख लेने की धमकी भी दी थी.
मुकदमा दर्ज कर सिपाही सस्पेंड
परिजन देखते देखते ही लखनऊ वाराणसी हाइवे को जाम कर विरोध प्रदर्शन करने लगे. हाइवे पर जाम होने की सूचना मिलते ही आनन फानन में मौके पर एसडीएम सदर और सीओ सिटी पुलिस बल के साथ पहुंचे. उन्होंने परिजनों को समझाने का प्रयास किया. परिजनों की मांग थी कि सिपाही पर मुकदमा दर्ज किया जाय और उसे सस्पेंड किया जाए. काफी मशक्कत के बाद परिजनों ने करीब सात घंटे से लगे जाम को हटाया. फिलहाल मामले में पुलिस ने सिपाही पर हत्या और एससी एसटी का मुकदमा दर्ज कर उसे सस्पेंड कर दिया है. पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है.