अवध के सबसे बड़े गढ़ों में से एक सुल्तानपुर में मुकाबला त्रिकोणीय है. यहां भाजपा की ऊषा सिंह सपा की केशा देवी और निर्दलीय अर्चना सिंह के बीच कांटे का मुकाबला है.
बीजेपी से ऊषा सिंह हैं मैदान में
बीजेपी की ऊषा सिंह की बात करें तो वह निवर्तमान जिला अध्यक्ष हैं. उन्होंने पहले सपा से जिला अध्यक्ष चुनाव जीता था. उषा सिंह के पति शिवकुमार सिंह भी सपा से जुड़े थे. ऊषा सिंह जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव से पहले ही भाजपा में शामिल हुईं है. उषा सिंह के लिए जिला पंचायत की जंग टफ है. लेकिन बीजेपी को अपनी रणनीति पर पूरा भरोसा है.
सपा की केशा देवी का दावा मजबूत
वहीं सपा प्रत्याशी केशा देवी की बात करें तो वे सपा जिला अध्यक्ष पृथ्वी पाल यादव की भाई हैं. वह वार्ड नंबर 42 से जीत कर जिला पंचायत सदस्य बनी हैं. सुल्तानपुर में बीजेपी के मुकाबले सपा के ज्यादा सदस्य हैं. इसलिए सपा की केशादेवी का दावा मजबूत माना जा रहा है.
निर्दलीय अर्चना सिहं भी दे रहीं कड़ी टक्कर
लेकिन यहां निर्दलीय अर्चना सिंह भी मैदान में है जो पूर्व विधायक चंद्रभान सिंह (सोनू) की बहन हैं सोनू और उनके भाई मोनू बाहुबली नेता माने जाते हैं. अर्चना सिंह का फायरिंग करने वाला वीडिया काफी वायरल हुआ था. मतलब सुल्तानपुर मेंलड़ाई त्रिकोणीयहै. लेकिन किसका पाला ज्यादा मजबूत है उसके लिए पहले सुल्तानपुर का गणित समझना होगा.
सुल्तानपुर की सीट का गणित
कुल सदस्य- 45
जीत के लिए- 23
भाजपा-03
सपा-07
बसपा-05
निषादपार्टी-04
निर्दलीय-26
मतलब सुल्तानपुर में किसी भी उम्मीदवार के पास बहुमत का जादुई आकड़ा नहीं है. ऐसे में जीत हार का फैसला निर्दलीय पर टिका हुआ है.
यह भी पढ़ें-