Noida Supertech Twin Tower Demolition: नोएडा सेक्टर 93ए (Noida Sector 93A) में सुपरटेक ट्विन टावर (Supertech Twin Tower) के गिराने की तैयारी जारी है. सुपरटेक ट्विन टावर को 21 अगस्त को गिराया जाना है. ऐसे में इसे गिराने से पहले आस-पास के 1396 फ्लैटों में रहने वाले परिवारों को दूसरे स्थान पर भेजा जाएगा. इस दौरान आस-पास के लोगों को कार और दोपहिया वाहन भी अपने साथ ले जाने होंगे, क्योंकि विस्फोट स्थल के 100 मीटर के दायरे में न तो सड़कों पर और न ही बिल्डिंगों के बेसमेंट में किसी वाहन को जाने की अनुमति होगी.


सुपरटेक ट्विन टावर को 21 अगस्त को दोपहर में 2 से 3 बजे के बीच ढहाया जाएगा. इवैक्यूएशन का निर्धारित समय 21 अगस्त को ट्विन टावरों के ढहाए जाने से पांच घंटे पहले है, लेकिन इस चुनौतीपूर्ण काम में शामिल अधिकारियों ने कहा कि वे इसे एक दिन पहले करने के लिए कह सकते हैं. परिवारों के लिए निकासी की समय सीमा पर अंतिम निर्णय अगले सप्ताह एक बैठक में लिया जाएगा, जिसमें आरडब्ल्यूए के प्रतिनिधि, पुलिस अधिकारी और नोएडा प्राधिकरण के अधिकारी भाग लेंगे.


5 हजार लोग होंगे प्रभावित


ट्विन टावर एपेक्स और सेयेन, सुपरटेक के एमराल्ड कोर्ट की बिल्डिंगों और एटीएस ग्रीन्स विलेज से घिर हुए हैं. एमराल्ड कोर्ट में 660 फ्लैट हैं और ग्रीन्स विले में 736 हैं, जिनमें से सभी को खाली करना होगा, इसमें लगभग 5000 लोग प्रभावित होंगे. साथ ही सुपरटेक ने एयरपोर्ट अथॉरिटी और इंडियन एयरफोर्स को पत्र लिखकर 21 अगस्त को दोपहर 2 से 3 बजे तक 10 किमी के रेडियस में नो फ्लाईट जोन घोषित करने के लिए कहा है, क्योंकि ब्लास्ट के दौरान ये नहीं साफ  होता कि धूल का गुबार किस तरफ जाएगा.


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300 मीटर तक उड़ेगा धूल का गुबार


बताया जा रहा है कि करीब 300 मीटर तक धूल का गुबार उड़ेगा. इस दौरान कोर ब्लास्ट टीम और नामित अधिकारियों के अलावा कोई भी इस प्रतिबंधित क्षेत्र में विस्फोट से पांच घंटे पहले और उसके दो घंटे बाद तक प्रवेश नहीं कर सकेगा. दोनों सोसायटियों को खाली कराने के लिए उनके हर टावर का रिकॉर्ड बनाया जाएगा. फिर हर फ्लोर के लिए एक मैनेजर बनाया जाएगा, जो अपने फ्लोर के सभी फ्लैट खाली करवाकर इसका रेकॉर्ड एक फॉर्म में भरेगा और अपने टावर मैनेजर को देगा. वहीं ध्वस्तीकरण वाले दिन 500 से अधिक पुलिसकर्मियों की जरूरत होगी.


पुलिस की सुरक्षा में पलवल से आएगा बारूद


टावर ढहाने का जिम्मा एडिफाईस एजेंसी के पास है, जिसने पुलिस से विस्फोटक लगाने के लिए एनओसी मांगी है. 2-3 दिन में एनओसी मिलने की उम्मीद है. इसके बाद पुलिस की सुरक्षा में ही रोजाना पलवल स्थित मैगजीन से बारूद ट्विन टावर तक आया करेगा. शाम तक जितना बारूद बच जाएगा, उसे वापस पुलिस सुरक्षा में भेजा जाएगा. 100 मीटर के दायरे के पूरे इलाके को खाली कराया जाएगा. इस दायरे में सुपरटेक एमराल्ड कोर्ट, एटीएस विलेज सोसायटी के अलावा पार्क भी हैं.


2 अगस्त से विस्फोटक लगाने का काम होगा शुरू


सुपरटेक ट्विन टावर को 21 अगस्त को ढहाने से पहले 14 अगस्त को मॉक ड्रिल करने का प्लान है. इसमें खासतौर से पुलिस की तैयारियों को परखा जाएगा. ऐबुलेंस, अस्पताल, फायर फाइटर आदि की तैयारी का रिहर्सल भी होगा. पुलिस के अलावा एनडीआरएफ भी ध्वस्तीकरण वाले दिन मौजूद रहेगी. 2 अगस्त से विस्फोटक लगाने का काम शुरू हो जाएगा. 20 अगस्त तक विस्फोटक लगने का काम पूरा होगा.


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