Mohan Bhagwat on Caste System: आरएसएस (RSS) प्रमुख मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) का वर्ण व्यवस्था (Caste System) को लेकर दिया गया बयान सुर्खियों में है. इस बयान को लेकर ब्राह्मण समाज में नाराजगी भी देखने को मिल रही है, ऐसे में बीजेपी (BJP) की तरफ से लगातार इस बयान पर सफाई दी जा रही है, वहीं इसी कड़ी में यूपी के कैबिनेट मंत्री जितिन प्रसाद (Jitin Prasada) अयोध्या (Ayodhya) पहुंचे जहां उन्होंने ब्राह्मण भोज में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने ब्राह्मणों को समझाने बुझाने पर भी चर्चा की. जितिन प्रसाद के साथ अयोध्या के प्रभारी और कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही (Surya Pratap Shahi) भी मौजूद थे.


कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने मोहन भागवत के बयान पर सफाई देते हुए कहा कि पंडित का मतलब विद्वान से होता है. मोहन भागवत के बयान को ट्विस्ट कर जाति विशेष से जोड़ना संकीर्ण मानसिकता के लोगों का काम है. मोहन भागवत के बयान का मतलब जाति व्यवस्था से नहीं है. कृषि मंत्री ने कहा कि बीजेपी जाति व्यवस्था में विश्वास नहीं रखती. 


मोहन भागवत के बयान पर दी सफाई


सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि "मोहन भागवत जी ने ये कहा कि पंडित लोगों ने वर्ण को लेकर व्यवस्था दी है. पंडित का मतलब विद्वान से है, हमारे देश में शास्त्रों में कहा गया है अलग-अलग विद्वान अलग-अलग प्रधानता किये हैं. उसको किसी जाति विशेष से जोड़ा जाना, यह उन लोगों का काम है जो संकीर्ण विचारधारा के हैं. हमारे देश में विद्वान का अर्थ हमेशा पंडित को कहा गया है. विपक्षी दल मोहन भागवत जी के बयान को ट्विस्ट करके संकीर्ण मानसिकता की ओर जाना चाहते हैं और इसलिए मैं चाहूंगा कि इस चीज को शांत हो जाना चाहिए. उनका मतलब किसी जाति व्यवस्था से नहीं है, बीजेपी जाति व्यवस्था पर विश्वास नहीं करती है. 


दरअसल, आरएसएस प्रमुख ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि जाति व्यवस्था भागवान ने नहीं बनाई, ये पंडितों ने बनाई है, हालांकि बाद में उन्होंने अपने बयान पर सफाई देते हुए कहा था कि पंडितों का मतलब बुद्धिजीवी वर्ग से है. भागवत के इस बयान पर ब्राह्मण समाज की ओर से तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है. 


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