एबीपी गंगा। भाजपा की कद्दावर नेता और लोगों के दिल में एक विशेष छवि बनाने वाली सुषमा स्वराज अब नहीं रहीं। ट्विटर पर लोगों की समस्याओं को सुलझाने के लिए मशहूर सुषमा का दिल का दौरान पड़ने से निधन हो गया। निधन से कुछ घंटे पहले तक भी वे ट्विटर पर सक्रिय थी और इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जम्मू-कश्मीर राज्य के संबंध में अनुच्छेद 370 को समाप्त किए जाने को लेकर ट्वीट किया था। उन्होंने लिखा था कि वे इसी दिन का इंतजार कर रही थीं।
उनके निधन से देशभर में शोक की लहर है। सुषमा स्वराज पहली बार देवीलाल की कैबिनेट में मंत्री बनी थीं और पिछली मोदी सरकार तक एक ऐसे मंत्री के रूप में छाप छोड़ी जो कि सोशल मीडिया का इस्तेमाल लोगों की समस्याओं को सुलझाने के लिए करती थीं।
एक ट्वीट से मिल जाती थी मदद
देश उनकी भावनात्मक ताकत के समक्ष तब झुक गया जब विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने यमुना एक्सप्रेसवे पर सड़क दुर्घटना में घायल एक इतालवी नागरिक की सहायता की। जियोवानी फैरिस सहित चार व्यक्ति यमुना एक्सप्रेस वे पर दो कारों की टक्कर में घायल हो गए थे। किसी ने सुषमा को ट्वीट किया कि हादसे में फैरिस गंभीर रूप से घायल हो गया है और कैलाश अस्पताल में अकेला है। सुषमा ने जवाब दिया कि वह अकेला नहीं है। वह भारत में है। मैंने कैलाश अस्पताल में बात की। वे उसकी देखभाल करेंगे।
कुछ ऐसे ही सुषमा स्वराज ने एक रूसी युवक को मदद का भरोसा दिया था, जब वह एटीएम का पिन लॉक हो जाने के बाद कांचीपुरम में एक मंदिर के बाहर भीख मांगने पर मजबूर हो गया था। स्वराज ने ट्वीट किया, 'इवनगेलीन, आपका देश रूस हमारा मित्र है। चेन्नई में मेरे अधिकारी आपकी हर संभव मदद करेंगे।' तमिलनाडु घूमने आए 24 वर्षीय रूसी युवक के एटीएम कार्ड का पिन लॉक हो गया जिसकी वजह से वह धन नहीं निकाल पाया और उसे भीख मांगना पड़ा।
पाकिस्तान से 2015 में लौटी मूक-बधिर भारतीय लड़की गीता का मामला कौन भूल सकता है। जब उसे माता-पिता से मिलवाने में सहयोग करने के लिए एक लाख रुपए इनाम की घोषणा की। सुषमा ने एक वीडियो अपील में कहा कि किसी लड़की को उसके माता-पिता से मिलवाने से बेहतर काम कुछ नहीं हो सकता। उन्होंने लोगों से अपील की कि करीब 12 वर्ष पहले लापता गीता के परिवार के बारे में जानने वाले लोग आगे आएं।
संयुक्त राष्ट्र में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने दुनिया के सामने पाकिस्तान के झूठ का पर्दाफाश किया। राइट टू रिप्लाई के तहत पाकिस्तान की संयुक्त राष्ट्र में स्थायी प्रतिनिधि मलीहा लोधी ने एक जख्मी लड़की की तस्वीर दिखाई जिसका भारत से कोई लेना-देना नहीं था। तस्वीर दिखाते हुए लोधी ने कहा कि यह भारत के लोकतंत्र की असली तस्वीर है। इस तस्वीर में एक लड़की का चेहरा बुरी तरह जख्मी था। लोधी ने आरोप लगाया कि भारतीय सुरक्षाबलों की ज्यादती की वजह से लड़की की यह हालत हुई है। फोटो दिखाए जाने के बाद कुछ ही देर में तस्वीर की सच्चाई का खुलासा सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। दरअसल यह तस्वीर 2014 की गाजा की थी।