प्रयागराज, मोहम्मद मोईन। विदेशी युवतियों के साथ बदसलूकी के आरोप में आस्ट्रेलिया में कई दिनों तक जेल में बंद रहे निरंजनी अखाड़े के संत और चर्चित योग गुरु स्वामी आनंद गिरि को बड़ी राहत मिली है। आस्ट्रेलिया की अदालत ने उन्हें सभी आरोपों से बरी कर दिया है। इतना ही नहीं अदालत ने पुलिस को स्वामी आनंद गिरि का जब्त किया गया पासपोर्ट भी वापस करने को कहा है।


केस से बरी होने के बाद स्वामी आनंद गिरि के भारत लौटने का रास्ता साफ हो गया है। उम्मीद है कि वह हफ्ते भर के अंदर प्रयागराज वापस लौट आएंगे। प्रयागराज के संतों ने स्वामी आनंद गिरि को क्लीन चिट मिलने और उनके रिहा होने पर खुशी जताई है। स्वामी आनंद गिरि के गुरु और साधु संतों की सबसे बड़ी संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने इसे सच की जीत करार दिया है।



गौरतलब है कि निरंजनी अखाड़े के महंत, योग गुरु और गंगा सेना के राष्ट्रीय संयोजक स्वामी आनंद गिरि प्रयागराज कुंभ मेले के समापन के बाद अप्रैल महीने में आस्ट्रेलिया में योग शिविर लगाने के लिए गए थे। वहां की दो युवतियों ने स्वामी आनंद गिरि पर गलत नीयत से छूने और मारपीट करने का आरोप लगाकर आस्ट्रेलियाई पुलिस में शिकायत की थी।



आस्ट्रेलिया पुलिस ने दोनों युवतियों की शिकायत पर स्वामी आनंद गिरि को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था और उनका पासपोर्ट जब्त कर लिया था। इस मामले में दोनों युवतियों ने बाद में समझौता कर लिया था, जिसकी वजह से वहां की अदालत ने स्वामी आनंद गिरि को सभी आरोपों से बरी करते हुए उन्हें बड़ी राहत दी है।


स्वामी आनंद गिरि के गुरु और अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि के मुताबिक सभी आरोप फर्जी थे और यह हिन्दू धर्मगुरु को बदनाम करने के लिए लगाए गए थे। इस मामले में सच की जीत हुई है।