स्वामी अविमुक्तेश्वरान्द ने 'डरेंगे तो मरेंगे' नारे का जताया विरोध, बोले- 'ऐसे नारे धर्म विरोधी'
Swami Avimukteshwaranand News: रामानंदाचार्य नरेन्द्राचार्य महाराज का कहना है कि महाकुंभ में वह धर्म संसद में शामिल होकर सनातन बोर्ड के गठन समेत तमाम मुद्दों पर चर्चा करेंगे.
Maha Kumbh 2025: महाकुंभ में आज गुरुवार (9 जनवरी) को जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरान्द सरस्वती की पेशवाई हुई. शंकराचार्य ने अपने महाकुंभ नगर प्रवेश के दौरान अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि इस बार महाकुंभ में राजनीति आ गई है जो कि गलत है. महाकुंभ में पोस्टरों के माध्यम से लगे डरेंगे तो मरेंगे जैसे नारों का विरोध करते हुए कहा कि ऐसे नारे धर्म विरोधी हैं.
इसके साथ ही ज्योतिषपीठ शंकराचार्य ने नया नारा देते हुए कहा कि डरेंगे तो बचेंगे का नारा ही सही नारा है. दरअसल प्रयागराज महाकुंभ में निर्वाणी अणी अखाड़े के जगतगुरु स्वामी रामानंदाचार्य नरेंद्राचार्य महाराज ने डरेंगे तो मरेंगे जैसे विवादित स्लोगन के कई पोस्टर लगवाए हैं और शंकराचार्य ने इसी का विरोध किया है.
रामानंदाचार्य नरेन्द्राचार्य महाराज के मुताबिक उन्होंने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के बटेंगे तो कटेंगे के बयान को आगे बढ़ने का काम कतई नहीं किया है. हालांकि जो बातें सीएम योगी आदित्यनाथ और पीएम नरेंद्र मोदी ने एक है तो सेफ हैं के जरिए कही है, वही सच्चाई है. उनके मुताबिक सनातन आज सचमुच खतरे में है, अगर वक्त रहते कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया तो सनातन धर्म पर खत्म होने का खतरा मंडराने लगेगा.
रामानंदाचार्य नरेन्द्राचार्य महाराज का कहना है कि महाकुंभ में वह धर्म संसद में शामिल होकर सनातन बोर्ड के गठन समेत तमाम मुद्दों पर चर्चा करेंगे. उनके मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अजमेर में चादर इसलिए भेजी है क्योंकि वह किसी धर्म के नहीं बल्कि पूरे राष्ट्र के प्रधानमंत्री हैं. देश में रहने वाले सभी नागरिकों को उचित सम्मान देना उनका दायित्व है, लेकिन इसका यह मतलब कतई नहीं कि वह सनातन धर्म को आगे बढ़ाने की कोशिश नहीं करना चाहते.
दुनिया भर में ईसाइयों और मुसलमानों के तमाम देश- रामानंदाचार्य नरेंद्राचार्य
रामानंदाचार्य नरेंद्राचार्य का कहना है कि दुनिया भर में ईसाइयों और मुसलमानों के तमाम देश हैं, लेकिन सौ करोड़ से ज्यादा की जनसंख्या होने के बावजूद भारत हिंदू राष्ट्र नहीं बन पा रहा है. उनके मुताबिक सनातन धर्म को लेकर चिंता जताना और आवाज उठाने का काम अगर सनातनियों के सबसे बड़े समागम महाकुंभ से नहीं होगा तो आखिरकार कहां होगा.
पुलिस को जो ठीक लगता है वह कर रही है- रामानंदाचार्य नरेंद्राचार्य
इसके साथ ही रामानंदाचार्य नरेंद्राचार्य ने संघ प्रमुख मोहन भागवत के बयान को भी सही बताया है और कहा है कि सम्मानजनक पद पर होने की वजह से उन्होंने इस तरह की बात कही है. जगद्गुरु रामानंदाचार्य महाराज ने प्रयागराज महाकुंभ में लगाए गए अपने पोस्टर को पुलिस द्वारा हटाए जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि उनका काम अपने संदेश को लोगों तक पहुंचाना है, जिसे वह कर रहे हैं. पुलिस को जो ठीक लगता है वह कर रही है, इसमें उनका कोई विरोध नहीं है.
मौनी बाबा ने डरेंगे तो मरेंगे वाले पोस्टर का किया समर्थन
वहीं मौनी बाबा और श्री राधाचार्या ने भी नरेंद्राचार्य का समर्थन किया है. मौनी बाबा ने महाकुंभ में लगाए गए डरेंगे तो मरेंगे वाले पोस्टर का समर्थन किया है. उन्होंने कहा कि यह पोस्टर पन्नू जैसे आतंकियों को संदेश देने के लिए काफी हैं. सनातन धर्मी अब डरते नहीं है बल्कि वह लड़ते हैं और आंख उठाने वालों को मुंहतोड़ जवाब देते हैं. ऐसे पोस्टर और संदेश का समर्थन किया जाता है. मौनी बाबा के मुताबिक अब आतंकवाद के खात्मे की घड़ी आ गई है और महाकुंभ से ही इसका आगाज हो जाएगा.
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