महाकुंभ भगदड़ पर स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने सीएम योगी से मांगा इस्तीफा, साधु संत हुए नाराज
महाकुंभ में मची भगदड़ को लेकर ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने सीएम योगी आदित्यानाथ से उनके इस्तीफे की मांग की है. उनके इस बयान पर तमाम साधु-संतों ने विरोध जाहिर किया है.

Maha Kumbh News: महाकुंभ में 29 फरवरी मौनी अमावस्या के दिन मची भगदड़ पर राजनीति गरमा गई है. तमाम विपक्षी पार्टी महाकुंभ में मची भगदड़ का जिम्मेदार योगी सरकार को ठहरा रही है. इसी कड़ी में उत्तराखंड के जोशीमठ स्थित ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद का बयान भी सामने आया, जिसमें उन्होंने उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के इस्तीफे की मांग की है. इसको लेकर तमाम साधु-संतों ने शंकराचार्य का विरोध किया है.
अब इस मामले में अयोध्या के श्री हनुमत निवास पीठाधीश्वर महंत मिथिलेश नंदिनी शरण ने कहा कि, "महाकुंभ में मौनी अमावस्या के दिन मची भगदड़ बेहद दुखद घटना है. लेकिन इस मामले में सरकार और सीएम योगी पर निशाना साधना सही नहीं है. वहां श्रद्धालुओं की काफी भीड़ है. महाकुंभ में असाधारण भीड़ है. जिस वजह से वहां पर सामान्य नियमों का पालन कर पाने में दिक्कत आ रही है. ऐसे में मुख्यमंत्री से इस्तीफा मांगना निराशाजनक है. एक महत्वपूर्ण पीठाधीश्वर के व्यक्ति का इस तरह का बयान देना बेहद लज्जा से भरा हुआ है."
'मुख्यमंत्री पद के लिए बेहतर विकल्प कौन?'
उन्होंने आगे कहा कि, प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ महाकुंभ की तैयारियों के साथ देशभर में महाकुंभ की महिमा बढ़ा रहे हैं और हेलीकॉप्टर के जरिए साधु-संतों पर पुष्प वर्षा करवा रहे हैं. अगर उनके काम और उनके प्रति इसी तरह की मंशा रख रहे हैं तो कौन हैं जो यहां आकर व्यवस्था ठीक कर देगा? अगर योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री पद के लिए योग्य नहीं तो नाम बताना चाहिए, आखिर कौन इस पद के लिए बेहतर विकल्प होगा?
हनुमत निवास पीठाधीश्वर महंत मिथिलेश नंदिनी शरण जी महाराज ने आगे कहा, जब सड़कों पर घसीटकर लाठी डंडों से पीटा गया था तो उस मुख्यमंत्री से इस्तीफा लिया गया था. पालघर के निहत्थे साधुओं को दौड़ा कर मारा गया था, उस मुख्यमंत्री से इस्तीफा लिया गया था? इस देश में मुख्यमंत्री जनादेश से बनता है. आप कह देंगे और मुख्यमंत्री पद छोड़ देंगे.
'सीएम के कामों पर सवाल उठाना निराशाजनक'
उन्होंने आगे कहा मैं उनका प्रचारक नहीं हूं, लेकिन उनके कामों पर सवाल उठाना कुंठा जनक सोच है. इतने बड़े आयोजन में दुर्घटना संभावित है. आप अगर किसी बात पर असहमत हैं तो आपको अपनी बात रखने का तरीका आना चाहिए. इस तरह की बात लोगों में अराजकता पैदा कर रही है. कोविड महामारी में लाखों लोग मरे हैं, किसको इस्तीफा दे देना चाहिए. महाकुंभ में जो लोग मरे उनके प्रति मेरी गहरी संवेदना है. महाकुंभ में अत्याधिक भीड़ के कारण ये हादसा हुआ है. सेवा देते हुए पुलिसकर्मी की मृत्यु हुई है. सभी अच्छी बातों का पालन करने के बाद भी जहां जनसैलाब उमड़ता है, वहां स्वाभिवक इस तरह की घटना हो सकती है. मुख्यमंत्री के इस्तीफे की बात किसी भी धर्माचार्यां को शोभा नहीं देती है. सीएम योगी ने इस दुर्घटना के प्रति संवेदना व्यक्त की है.
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