UP Politics: आचार्य प्रमोद कृष्णम के बयान पर स्वामी चक्रपाणि ने दी सलाह, कांग्रेस को बताया 'हिंदू विरोधी'
UP Politics: आचार्य प्रमोद कृष्णम चुनावी राज्यों में प्रचार से दूरी बनाए हैं. नाराजगी के सवाल पर उन्होंने कहा था कि कांग्रेस का फैसला है. अब उनके बयान पर स्वामी चक्रपाणि ने प्रतिक्रिया दी है.
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UP Politics: कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम (Congress Leader Acharya Pramod Krishnam) के बयान पर स्वामी चक्रपाणि (Swami Chakrapani) की प्रतिक्रिया सामने आई है. अखिल भारतीय हिंदू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि ने आचार्य प्रमोद कृष्णम को कांग्रेस का साथ छोड़ने की सलाह दी है. उन्होंने कहा कि आचार्य प्रमोद कृष्णम को राम की शरण में आ जाना चाहिए. स्वामी चक्रपाणि ने कांग्रेस पर भी हमला बोला. उन्होंने कहा कि कांग्रेस हमेशा से ही हिन्दू और राम विरोधी रही है. कांग्रेस अब कालनेमि बन गई है.
आचार्य प्रमोद कृष्णम को स्वामी चक्रपाणि की सलाह
इसलिए जितना जल्द हो सके आचार्य प्रमोद कृष्णम कांग्रेस को अलविदा कहकर राम की शरण में आ जाएं. उन्होंने कहा कि आचार्य प्रमोद कृष्णम को पार्टी छोड़ने का फैसला जल्द से जल्द करना चाहिए. आचार्य प्रमोद कृष्णम चुनावी राज्यों में कांग्रेस के लिए प्रचार नहीं कर रहे हैं. पत्रकारों के सवाल पूछने पर कांग्रेस नेता का दर्द साफ छलका. उन्होंने कहा कि धर्मगुरू होने की वजह से आलाकमान को स्टार प्रचारक बनाने में खामी नजर आती होगी. इसलिए आलाकमान को चुनावी राज्यों में मेरी जरूरत महसूस नहीं हुई. हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि स्टार प्रचारक बनाना या नहीं बनाना पार्टी का मामला है. आचार्य प्रमोद कृष्णम बेबाक बयानों के लिए जाने जाते हैं.
चुनावी राज्यों में प्रचार करने नहीं उतरे हैं कांग्रेस नेता
अपने दिल की बात कहने में पीछे नहीं हटते. देश के सियासी मुद्दों पर कांग्रेस नेता खुलकर बोलते हैं. हालांकि कई बार उनके बयान से पार्टी को असहज स्थिति का सामना करना पड़ा है. माना जा रहा है कि चुनावी मैदान में नहीं उतराने के पीछे कांग्रेस नेता की बेबाक टिप्पणी वजह बनी होगी. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के मुद्दे पर आचार्य प्रमोद कृष्णम और कमलनाथ आमने सामने आ चुके हैं. दोनों ने एक दूसरे के खिलाफ कड़ी प्रतिक्रिया दी थी.
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