UP News: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में बन रहे भगवान राम लला के भव्य मंदिर का उद्घाटन 22 जनवरी को होना है. जिसमें राम लला के मंदिर उद्घाटन कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शामिल होने को लेकर जमीयत उलेमा ए हिंद के चीफ मौलाना महमूद मदनी ने आपत्ति जताई है. जिस पर उनका विरोध शुरू हो गया है. ऋषिकेश स्थित परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानंद मुनि ने अपनी प्रतिक्रिया दी है.


स्वामी चिदानंद मुनि ने जमीयत उलेमा ए हिंद के चीफ मौलाना महमूद मदनी को विरोध करने की जगह सहयोग करने की अपील की है. उनका कहना है कि मौजूदा युग महाभारत का नहीं, बल्कि महान भारत का युग है. ऐसे में विरोध की जगह सभी को एक दूसरे का सहयोग करना चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि 'भगवान श्री राम का संदेश किसी एक के लिए नहीं है बल्कि यह पूरी मानवता के लिए है.भगवान श्री राम विरोध के नहीं बल्कि सहयोग के देवता हैं.'


मौलाना महमूद मदनी से की सहयोग की अपील


उनका कहना है कि 'सनातन धर्म किसी का विरोध नहीं करता है. यह विरोध की बेला नहीं है बल्कि सहयोग की बेला है.' इस दौरान स्वामी चिदानंद मुनि ने मौलाना महमूद मदनी से खास अपील करते हुए कहा कि वह राम मंदिर के उद्घाटन के मौके पर साथ आएं और हम सब मिलकर प्रभु राम का काम करें. 


सभी धर्मों का सम्मान करते हैं पीएम मोदी


स्वामी चिदानंद मुनि ने कहा कि 'यह हमारा परम सौभाग्य है कि हमारे प्रधानमंत्री आस्तिक हैं और वह सभी धर्मों का सम्मान करते हैं. पीएम मोदी इस देश की संस्कृति के अनुरूप सभी को साथ लेकर चलते हैं. पीएम मोदी के मन में ना कोई भेद है और ना ही कोई दीवार है. पीएम मोदी इस देश को नए भारत की ओर ले जाना चाहते हैं.'


यह भी पढ़ेंः 
Caste Census: जातीय जनगणना पर NDA गठबंधन में दरार? केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने अपना दल का रुख किया साफ