Haldwani Violence: हल्द्वानी हिंसा को लेकर स्वामी चिदानंद सरस्वती की अपील, कहा- 'एक-दूसरे को नुकसान न पहुंचाएं'
Swami Chidanand Saraswati on Haldwani Violence: हल्द्वानी हिंसा को लेकर स्वामी चिदानंद सरस्वती महाराज ने कहा जिस तरह से सरकारी संपत्ति और सरकारी कर्मचारियों पर हमले किए गए यह बहुत गलत है.
Haldwani Violence News: उत्तराखंड के हल्द्वानी के बनभूलपुरा में हुई हिंसा में अब तक छह लोगों की मौत की खबर सामने आई है और कई सरकारी कर्मचारी, पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए हैं. वहीं मौके का जायजा लेने और घायलों से मुलाकात करने हल्द्वानी पहुंचे उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घटना पर चिंता व्यक्त की है. वहीं इस घटना को लेकर परमार्थ निकेतन ऋषिकेश के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती महाराज ने कहा हल्द्वानी में जो हुआ मुझे उसका बहुत दुख है. क्योंकि जान किसी की भी जाए नुकसान किसी का भी हो हम सब एक हैं.
स्वामी चिदानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि जब सारी कायनात खुदा की है, सब उसी के है और इस ईश्वर के हैं, हम सब एक हैं तो फिर किसका घर जलाना. किसका घर तोड़ना बसों को जलाना सड़कों पर उतरना मुझे लगता है कि अगर आप खुदा पर विश्वास करते हैं तो आप खुदा के बंदे हैं, खुदा कभी नहीं चाहेगा कि आप किसी के जान माल का नुकसान करें.
उन्होंने कहा कि कानून के तहत कार्रवाई हुई है, वह सबके लिए एक है. आज इधर हुआ है तो कल उधर होगा, कहीं भी होगा होगा. कोर्ट के आदेश के अनुसार इसलिए न्याय की अवहेलना न करें. संविधान को न्याय को अपने हाथ में ना लें, अगर किसी को शिकायत है तो उसके रास्ते खुले हैं उसी के साथ जाए और एक दूसरे को नुकसान न पहुंचाएं. यही इबादत है कि हम सारे मिलकर अपने देश में अपने प्रदेश में अमन बनाए रखें.
सरकारी संपत्ति और कर्मचारियों पर हमले गलत किए गए
स्वामी चिदानंद सरस्वती महाराज ने कहा जिस तरह से सरकारी संपत्ति और सरकारी कर्मचारियों पर हमले किए गए यह बहुत गलत है. जब भी आपको जरूरत पड़ती है आप सरकार के पास जाते हैं. जब भी आपके संरक्षण की जरूरत पड़ती है तो आप पुलिस के पास जाते हैं, अगर आप उनको ही इस तरह से करेंगे तो उनके मन में कैसा भाव आएगा. इसलिए सरकारी संपत्तियों को जलाना यह कुरान की दृष्टि से भी और कानून की दृष्टि से यह दोनों मैं यह गलत है.
सद्भाव और अमन चैन का वातावरण कायम करें
उन्होंने कहा कि किसी की भावनाओं को चोट पहुंचाना किसी को नुकसान पहुंचाना, किसी की जान और माल को नुकसान देना यह तो इबादत हो ही नहीं सकती है. इसलिए मैं अपने भाइयों से क्योंकि सब हमारे हैं मैं उनसे भी गुजारिश करूंगा कि आप सब शांत हो जाए. इस तरह के वातावरण को न पैदा करें और सद्भाव का वातावरण अमन चैन का वातावरण कायम करें वही इबादत है वही प्रार्थना है और खुदा भी इससे खुश होंगे. भगवान भी से खुश होंगे मैं सभी से कहना चाहूंगा कानून अपने हाथ में न लें.
Bareilly Violence: मौलाना तौकीर रजा के जेल भरो आंदोलन के दौरान बवाल, प्रदर्शनकारियों ने किया पथराव