बरेली, एबीपी गंगा। पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वामी चिन्मयानन्द पर रेप का आरोप लगाने वाली छात्रा को रुहेलखंड यूनिवर्सिटी प्रशासन से बड़ा झटका लगा है। रुहेलखंड यूनिवर्सिटी प्रशासन ने छात्रा को तीसरे सेमेस्टर की परीक्षा में शामिल होने पर रोक लगा दी है। सोमवार को शाहजहांपुर जिला जेल से छात्रा को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच यूनिवर्सिटी लाया गया जहां पर उसने बैक पेपर की परीक्षा तो दी लेकिन उसे सेमेस्टर परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं मिल पाई है।


छात्रा की उपस्थिति पूरी न होने के कारण विश्वविद्यालय ने न तो उसका परीक्षा फॉर्म फॉरवर्ड किया और न ही एडमिट कार्ड जारी किया है। इस मामले से जेल प्रशासन को भी अवगत करा दिया गया है। चिन्मयानंद पर रेप का आरोप लगाने वाली छात्रा भी जेल में बंद है। छात्रा और उसके तीन साथियों पर चिन्मयानन्द से पांच करोड़ की रंगदारी मांगने का आरोप है। कोर्ट के निर्देश पर छात्रा का एडमिशन शाहजहांपुर से रुहेलखंड यूनिवर्सिटी में किया गया था।


छात्रा ने सीजेएम कोर्ट से परीक्षा में शामिल होने की गुहार लगाई थी। कोर्ट ने छात्रा की अर्जी को मंजूर करते हुए परीक्षा दिलाने का फैसला यूनिवर्सिटी प्रशासन पर छोड़ दिया है। जिसके आधार यूनिवर्सिटी प्रशासन ने छात्रा की कक्षा में कम उपस्थिति का हवाला देते हुए छात्रा को सेमेस्टर परीक्षा में शामिल होने की अनुमति नहीं दी है।



यूनिवर्सिटी प्रशासन का कहना है कि कोर्ट के फैसले में इस बात का उल्लेख नहीं है कि छात्रा की अटेंडेंस ना होने के बाद भी परीक्षा में शामिल कराया जाए। यूनिवर्सिटी प्रशासन का यह भी कहना है कि शाहजहांपुर जेल प्रशासन को इस भी यह पत्र भेजा जाएगा कि कोर्ट से छात्रा के परीक्षा में शामिल होने का फैसला आने तक छात्रा को यूनिवर्सिटी न भेजा जाए।