Dinesh Pratap Singh on Swami Prasad: यूपी के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिनेश प्रताप सिंह (Dinesh Pratap Singh) ने गुरुवार को सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) के ब्राह्मणों पर दिए गए बयान कहा, 'यह पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) की शह पर ही हो रहा है. अखिलेश यादव अपने एक नेता से कहते हैं तुम रामनामी कंठी ले लो और जपो, ब्राह्मणों को खुश रखो और एक वर्तमान एमएलसी को कहते हैं कि तुम खूब ब्राह्मणों को गाली दो जिससे हमारी बैकवर्ड जाति खुश हो जाए, यह पब्लिक है सब जानती है.'
राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार दिनेश प्रताप सिंह ने कहा, 'मैं उनके बयानों की निंदा करता हूं. मैं तो रात में तीन एयरपोर्ट पर उतरा हूं और सब जगह मैंने देखा कि प्रार्थना कक्ष बने हुए हैं. किसके लिए यह प्रार्थना कक्ष बने हैं कौन से ब्राह्मणों ने बनवाया है? उसको यह सब जानते हैं चाहे वह सतयुग हो, द्वापर, त्रेता हो. सबने हमारे देश का संरक्षण और मार्गदर्शन किया है. हर युग में भगवान ने किया है और मेरा ही नहीं सब धर्मों में मंदिर है, अगर मस्जिद कहते हो तो वह भी तो मंदिर है. अगर वह मंदिर नहीं जाने की बात करते तो फिर मस्जिद भी नहीं जाएंगे. उन्हें सार्वजनिक रूप से कहना चाहिए कि किसी मंदिर- मस्जिद जाने वाले से मेरा कोई ताल्लुक नहीं है. अगर ऐसा जिस दिन कहने लग जाएंगे उनके राजनीतिक कटोरे में कोई चवन्नी भी नहीं डालेगा.'
स्वामी प्रसाद के इस बयान पर हो रहा है विवाद
दिनेश प्रताप सिंह रायबरेली में गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल होने आए थे जहां पुलिस लाइन्स में भव्य परेड का आयोजन किया गया था. दिनेश प्रताप मुख्य अतिथि के रूप शामिल हुए थे. इससे इतर मीडिया से बातचीत में उन्होंने स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान पर प्रतिक्रिया दी जिन्होंने रामचरितमानस और ब्राह्मणों पर टिप्पणी कर विवाद खड़ाकर दिया है. रायबरेली दौरे पर उन्होंने कहा था, ' जो लोग मेरी टिप्पणी का विरोध कर रहे हैं वो पंडित-पुजारी लोग हैं. क्योंकि उन्हें डर है कि अगर मंदिरों में पूजा नहीं होगी तो हमारा धंधा खत्म हो जाएगा.'
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