UP Politics: BJP सांसदों की रिपोर्ट पर स्वामी प्रसाद मौर्य बोले- 'एक-एक कर खुलेगी इनकी पोल, खोलेंगे इनके काले चिट्ठे'
सपा नेता एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) ने कहा है कि बीजेपी हमेशा नई नौटंकी का सहारा लेती है, जिससे कि जनता के आकर्षण में बने रहें. कुल मिलाकर के यह ड्रामा है और कुछ नहीं.
UP News: समाजवादी पार्टी के एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य ने बीजेपी के सांसदों के रिपोर्ट कार्ड तैयार करने पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा, "बीजेपी के नेताओं ने बहुत ही हवा हवाई वादे किए थे. 9 साल की बीजेपी की सरकार में कोई भी वादा इनका पूरा नहीं हुआ. जनता के बीच में अगर हम जाएंगे तो इनके काले चिट्ठे को खोलेंगे कि यह झूठे वादे वालों की पार्टी वादे किए लेकिन काम नहीं किए. स्वाभाविक रूप से जो आज बीजेपी की असफलताएं महंगाई और बेरोजगारी है. इन सभी चीजों को लेकर हम जब जनता के बीच आएंगे तो एक-एक कर इनकी पोल खुलेगी."
सपा के लोगों की रिपोर्ट कार्ड तैयार कराने के बयान पर स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा, "बीजेपी को तो अपनी चिंता करनी चाहिए. रही बात जो सत्ता में रहता है लेखा-जोखा उसका लिया जाता है. आज बीजेपी की डबल इंजन की सरकार है. केंद्र और प्रदेश दोनों जगह बीजेपी की सरकार है तो लेखा-जोखा जनता बीजेपी की लेगी, सत्ता पक्ष का लेगी. हम तो विपक्ष में हैं हम तो पहले से खुली किताब हैं. इसलिए हम क्या हैं हमारी रिपोर्ट जनता के पास है. बीजेपी ने किस तरह से जनता की आंख में धूल झोंक कर झूठे वादे कर वोट लिया, विश्वासघात किया तो स्वाभाविक रूप से उनके लेखे जोखे को जनता के सामने रखेंगे."
बीजेपी कर रही ड्रामा
सपा नेता ने कहा, "कुछ नहीं यह नई नौटंकी का सहारा लेते हैं. जिससे कि जनता के आकर्षण में बने रहें. इसका और कोई मकसद नहीं है. उनके चुनिंदा कार्यकर्ता अपने घर से खाना बनवा कर लाएंगे, बैठक करेंगे और उसको खाएंगे. कार्यक्रम की इस तरह से रूपरेखा यह तैयार करते हैं कि लोगों को उत्सुकता हो की क्या होगा. कुल मिलाकर के यह ड्रामा है और कुछ नहीं."
हरिओम यादव के आरोपों पर कहा, "सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव हैं. पार्टी का संचालन भी उन्हीं के निर्देश पर होता है. अब क्योंकि उनके परिवार से पहले से उनके तालुकात हैं. उनकी क्या पीड़ा उसको हरिओम यादव ही जानते होंगे, ऐसा कहीं कुछ नहीं है. जबकि पहलवानों को खाप के समर्थन पर कहा, "जिन्होंने कॉमनवेल्थ गेम में ओलंपिक में किसी ने गोल्ड जीता है, वह होनहार बेटी हैं. जिन्होंने भारत का नाम पूरे देश में रोशन किया. दुर्भाग्य इस बात का है बेटियों ने अपने साथ हुए अन्याय के लिए छह-सात महीने से लगातार संघर्ष कर रहे हैं."