CM Pushkar Singh Dhami Attack on Swami Prasad Maurya: सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि 'महाठगबंधन' में शामिल समाजवादी पार्टी के एक नेता का बयान कांग्रेस और सहयोगियों की देश और धर्म विरोधी सोच को दर्शाता है. उन्होंने स्वामी प्रसाद मौर्य के बदरीनाथ धाम (Badrinath Dham) पर की गई टिप्पणी को दुर्भाग्यपूर्ण बताया. मुख्यमंत्री ने कहा कि बदरीनाथ धाम करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है. ऐसे में स्वामी प्रसाद मौर्य का विचार विपक्षी दलों में सिमी ( SIMI) और पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) की विचारधारा के वर्चस्व को भी प्रकट करता है.
स्वामी प्रसाद के बयान पर मुख्यमंत्री धामी का पलटवार
बता दें कि बयानों से चर्चा में रहनेवाले सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने कल हिन्दू धार्मिक स्थलों की जांच कराने की मांग की थी. उन्होंने सिर्फ ज्ञानवापी मस्जिद के एएसआई सर्वे पर सवाल उठाया था? उन्होंने दावा कि देश के ज्यादातर हिन्दू मंदिर बौद्ध मठों को तोड़कर बनाए गये हैं. मौर्य ने गड़े मुर्दे उखाड़ने पर बात बहुत दूर तक जाने की चेतावनी दी. उन्होंने दावा किया कि 8वीं शताब्दी तक बदरीनाथ धाम भी बौध मठ था.
ज्ञानवापी मस्जिद का सर्वे कराने पर क्या बोले सपा नेता?
आदि शंकराचार्य ने बदरीनाथ धाम को हिन्दू मंदिर बनाया. उन्होंने कहा कि मेरी मंशा गड़े मुर्दे उखाड़ने की नहीं है. हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई आपस में सब भाई-भाई हैं. उन्होंने कहा कि हम समाज को बांटने में नहीं बल्कि जोड़ने में यकीन करते हैं. स्वामी प्रसाद मौर्य आपसी सौहाद्र बनाए रखने के लिए 15 अगस्त 1947 तक की स्थिति मानने की वकालत की. गौरतलब है कि ज्ञानवापी मस्जिद परिसर का एएसआई सर्वे सुर्खियों में है. हिंदू पक्ष ज्ञानवापी मुद्दे को जन मानस का मुकदमा बनाने की तैयारी कर रहा है.