पीलीभीतः उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में गुरुवार को बीजेपी को बड़ा झटका लगा है. बीजेपी से जीत कर आए स्वामी प्रवक्ता नंद ने जिला पंचायत सदस्य का अध्यक्ष पद का टिकट ना मिलने पर नाराज होकर सपा का दामन थाम लिया है. जिससे भारतीय जनता पार्टी की किरकरी हो रही है. ऐसे में अब पीलीभीत जिला पंचायत सदस्य का चुनाव जीतना भारतीय जनता पार्टी के लिए कठिन होता नजर आ रहा है.
पीलीभीत सांसद वरुण गांधी के करीबी और बीजेपी से जिला पंचायत सदस्य का चुनाव जीत कर आए स्वामी प्रवक्ता नंद को बीजेपी से टिकट ना मिलने पर वह सपा में शामिल हो गए. प्रवक्ता नंद का कहना है, 'पीलीभीत की सीट ओबीसी के लिए आरक्षित थी, हमको बीजेपी ने कहा था आप चुनाव लड़ेंगे लेकिन मुझे टिकट नहीं दिया है, इसलिए मैं सपा पार्टी में आ गया हूं और अगर सपा पार्टी मुझे अध्यक्ष पद के लिए टिकट देगी तो मैं चुनाव लडूंगा.'
दरअसल, गुरुवार दोपहर 12:00 बजे सपा कार्यालय में प्रेस वार्ता होनी थी, इस दौरान स्वामी को शामिल कर इनको सपा के प्रत्याशी के रूप में घोषित किया जाना था, लेकिन स्वामी 12:00 बजे सपा कार्यालय नहीं पहुंचे. इस बीच बीजेपी पदाधिकारियो में लंबे चले हाईवोल्टेज ड्रामे के बाद स्वामी प्रवक्ता नंद ने सपा कार्यालय पहुंच सदस्यता ग्रहण कर ली.
स्वामी प्रवक्ता नंद ने सपा कार्यालय में बीजेपी की बुराई करते हुए मीडिया को बताया कि मेरे साथ भारतीय जनता पार्टी ने कभी अच्छा नहीं किया. आपको बताते चलें की प्रवक्ता नंद ने बीते विधानसभा चुनाव में RLD से बरखेड़ा विधानसभा से चुनाव लड़ा था उस समय भी स्वामी प्रवक्ता नंद को बीजेपी से टिकट नहीं मिला था. जिससे नाराज होकर उन्होंने RLD से चुनाव लड़ा था और हार गए थे. प्रवक्ता नंद को वरुण गांधी और मेनका गांधी का खास माना जाता है. ऐसे में पीलीभीत जिला पंचायत चुनाव जीतना अब बीजेपी के लिए मुश्किलें खड़ी करने वाला है.