लखनऊ, भाषा। योगी सरकार तब्लीगी जमातियों को लेकर ढिलाई बरतने के मूड में नहीं है। मुकदमे की जद में आए तब्लीगी जमात के लोगों को अस्थायी जेलों में रखने का निर्देश दिया गया है। गृह विभाग के प्रमुख सचिव अवनीश अवस्थी ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने गुरुवार को कहा कि तब्लीगी जमात के हर एक शख्स का विवरण लेकर उनके खिलाफ जहां भी कार्रवाई होनी है, इसके निर्देश दिए गए हैं। जिन जमातियों पर मुकदमा दर्ज है, उन्हें अस्थायी जेल में रखने का निर्देश दे दिया गया है।
अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लॉकडाउन की समीक्षा के दौरान कोरोना संक्रमण को छुपाने वाले लोगों और ऐसे लोगों को पनाह देने वालों के खिलाफ कार्रवाई के साथ-साथ संबंधित थानेदारों के खिलाफ भी कार्रवाई के आदेश दिये हैं। कुछ जिलों में लॉकडाउन का सख्ती से पालन नहीं किया गया। जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को चेतावनी दी गई है कि अगर लॉकडाउन का उल्लंघन हुआ तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
अवस्थी ने बताया कि लखनऊ के सदर क्षेत्र में कैंट बोर्ड द्वारा संचालित एक सामुदायिक रसोई में एक संदिग्ध व्यक्ति के आने के बाद जिला प्रशासन ने उस रसोई में मौजूद रहे 32 लोगों, तीन पुलिस अफसरों और कैंट क्षेत्र में तैनात सभी 50 पुलिस अधिकारियों की जांच कराई है। इनमें से कोई भी कोरोना संक्रमित नहीं पाया गया है। हालांकि यह निर्देश दिये गये हैं कि किसी भी सामुदायिक रसोई में बिना अनुमति के कोई संदिग्ध व्यक्ति न आने पाये।
उन्होंने बताया कि लॉकडाउन का उल्लंघन करने के आरोप में अब तक 19,488 मुकदमे दर्ज किये गये। अब तक 17 लाख 77 हजार वाहनों की जांच कर 23 हजार 873 वाहन जब्त किये गये हैं। चेकिंग के दौरान सात करोड़ 70 लाख रुपये जुर्माना वसूला गया है।