प्रयागराज, मोहम्मद मोइन। नई दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में हुई तब्लीगी जमात में शामिल होने के बाद सात इंडोनेशियाई नागरिक प्रयागराज की जिस अब्दुल्ला मस्जिद में दस दिनों तक छिपे हुए थे, खाली कराए जाने के बाद आज उसका सेनेटाइजेशन किया जा रहा है। इस मस्जिद में कल देर रात छापेमारी कर सैंतीस लोगों को निकाला गया था। इनमे सात इंडोनेशियाई समेत नौ लोग जमात में शामिल होने के बाद नई दिल्ली से सीधे यहां आ गए थे और छिपकर रह रहे थे। प्रशासन ने जमात से लौटे नौ लोगों के साथ ही मस्जिद में इनके साथ रह रहे अट्ठाइस लोगों को निकालकर उन्हें क्वारंटाइन में भेज दिया है। इन सभी का मेडिकल टेस्ट भी कराया गया है।


मस्जिद को खाली कराए जाने के बाद वहां लगातार सेनेटाइज़ेशन का काम चल रहा है। रात को केमिकल का छिड़काव करने के बाद नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग की टीम मस्जिद कैंपस के साथ ही इसके बाहर बनी मार्केट और आस -पास के इलाके को लगातार सेनेटाइज़ कर रही है। केमिकल का छिड़काव किया जा रहा है और साथ ही इन जगहों पर पानी की बौछार भी की जा रही है। मस्जिद के सेनेटाइज़ेशन का काम तीन चरणों में होना है।


रेलवे स्टेशन के ठीक बाहर शाहगंज इलाके की इस अब्दुल्ला मस्जिद को खाली कराए जाने के बाद यहां प्रशासन ने ताला लगवा दिया है। दिल्ली से लौटे नौ जमातियों के साथ ही मस्जिद के मुतवल्ली के खिलाफ भी गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया गया है। जमात से लौटने वालों को यहां छिपाकर रखा गया था। रजिस्टर में इनकी इंट्री नहीं की गई थी और पूछताछ में मस्जिद के लोगों ने किसी के भी नहीं रुके होने का झूठ बोला था। प्रशासन को फिलहाल इनकी मेडिकल रिपोर्ट का इंतजार है।