Taj Mahal Urs: ताजमहल पर आयोजित होने वाले सालाना उर्स को प्रतिबंधित करने के लिए आगरा न्यायालय में वाद दाखिल किया गया है. अखिल भारत हिंदू महासभा की ओर से आगरा न्यायालय में वाद दाखिल करते हुए मांग की गई है, कि ताजमहल पर शाहजहां उर्स पर प्रतिबंध लगाया जाए. उनको कोई अधिकार नहीं है कि उर्स का आयोजन करे और ना ही ऐसा कोई नियम है, कि ताजमहल पर उसे आयोजित किया जा सकता है. हम पूर्व में भी ज्ञापनों के माध्यम से मांग करते आए हैं, कि एएसआई ताजमहल का सर्वे कराए अगर शव निकले तो ताजमहल तुम्हारा और शिव निकले तो ताजमहल हमारा होगा. 


ताजमहल पर शाहजहां मुमताज का उर्स 6-7- 8 फरवरी को आयोजित होने वाला है. जिससे पहले आगरा न्यायालय में उर्स पर प्रतिबंध लगाने को लेकर वाद दाखिल किया गया है. अखिल भारत हिंदू महासभा ने कहा कि जब ताजमहल पर कोई भी धार्मिक गतिविधि नहीं हो सकती तो फिर उर्स का आयोजन क्यों हो रहा है.अगर ऐसा होता है, तो फिर हमें भी पूजा करने का अधिकार दिया जाए.


'शाहजहां उर्स पर प्रतिबंध की मांग'
आगरा न्यायालय के एडिशनल सिविल जज जूनियर डिवीजन कोर्ट 4 में वाद दाखिल किया गया है. अखिल भारत हिंदू महासभा में आगरा न्यायालय पहुंचकर वाद दाखिल किया. जिसमें अगली सुनवाई के लिए 4 मार्च 2024 की तारीख तय की गई है. साथ ही ताजमहल पर उर्स का आयोजन करने वाली कमेटी को भी नोटिस तामील कराने को कहा गया है. अखिल भारत हिंदू महासभा के पदाधिकारी ने बताया कि ताजमहल पर लगने वाले उर्स पर प्रतिबंध लगाने की हम मांग करते हैं. हमने न्यायालय में उर्स के खिलाफ वाद दाखिल किया है, और हमें अपने न्यायालय पर पूरा भरोसा है, कि उचित फैसला आएगा, और शाहजहां उर्स पर प्रतिबंध लगाया जाएगा. हम सड़क से लेकर न्यायालय तक और यहां से सुप्रीम कोर्ट तक यही मांग करते रहेंगे.


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