आगरा, नितिन उपाध्याय: दुनिया के सात अजूबों में शुमार ताज महल पर भी आंधी का प्रकोप देखने को मिला है. शुक्रवार शाम आई आंधी ने ताजमहल को भी क्षति पहुंचाई है. भयंकर आंधी के कारण गुंबद पर मडपैक को मुख्य मकबरे पर यमुना किनारा की तरफ बांधी गई पाड़ गिर गई है. इस कारण मुख्य मकबरे की संगमरमर की रेलिंग और चमेली फर्श की रेड सैंड स्टोन की रेलिंग टूट गई. इस क्षति की तस्वीरें भी सामने आई है. वहीं, आंधी में स्मारक को पहुंचे नुकसान की जानकारी उच्चाधिकारियों को दे दी गई है.
शुक्रवार की शाम को आगरा में भी तेज आंधी ने खूब तबाही मचाई. करीब एक घंटे तक शहर में आंधी के बाद ओले और बारिश ने कहर बरपाया. 124 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चली तेज हवाओं ने पेड़ों को भी जड़ सहित उखाड़ दिया. यहां तक की बिजली के खंभे भी उखड़ गए. जिस कारण अधिकाश क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति ठप हो गई.
इसका प्रकोप ताजमहल पर भी देखने को मिला, भयंकर आंधी में ताजमहल में यमुना किनारा की तरफ मुख्य मकबरे (व्हाइट प्लेटफार्म) पर बंधी लोहे के पाइपों की पाड़ (स्केफोल्डिंग) टूटकर गिर पड़ी. जिस हिस्से पर पाड़ गिरी, उस हिस्से की व्हाइट प्लेटफार्म पर लगी संगमरमर की रेलिंग और उसके नीचे चमेली फर्श पर लगी रेड सैंड स्टोन की जालीदार रेलिंग भी क्षतिग्रस्त हो गई.
बता दें कि पर्यटकों को यमुना किनारा की तरफ जाने से रोकने को सुरक्षा की दृष्टि से चमेली फर्श पर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) द्वारा वुडन रेलिंग लगाई गई थी, जो पाड़ गिरने से टूट गई.
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