(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
तौकीर रजा ने हिंदुओं को बताया फिरकापरस्त आतंकवादी, कहा- 'नहीं घोषित होने देंगे हिंदू राष्ट्र'
तौकीर रजा ने कहा कि वह जल्द दिल्ली के रामलीला ग्राउंड पर प्रदर्शन की तारीख का एलान करेंगे. उन्होंने कहा कि मुस्लिमों की कही सुनी नहीं जा रही है. ज्ञापन देने पर कोई अधिकारी सुनता नहीं है.
UP News: तौकीर रजा ने एक बार फिर से जहर उगलने का काम किया है. तौकीर रजा ने हिंदूओं को आतंकवादी बताया तो वहीं दूसरी ओर प्रधानमंत्री को केवल सनातन धर्म का प्रधानमंत्री बताया. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि किसी भी कीमत पर हिंदुस्तान को हिंदू राष्ट्र घोषित नहीं होने देंगे. वहीं तौकीर रजा ने कहा कि जो तरीका तुमने अख्तियार किया हुआ है, अगर वो तरीका हमारे नौजवानों ने अख्तियार कर लिया तो मुल्क के हालात क्या होंगे.
बरेली में आईएमसी के स्थापना दिवस के मौके पर राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा ने कहा कि वह जल्द दिल्ली के रामलीला ग्राउंड पर प्रदर्शन की तारीख का एलान करेंगे. उन्होंने कहा कि मुस्लिमों की कही सुनी नहीं जा रही है. ज्ञापन देने पर कोई अधिकारी सुनता नहीं है तो फिर ज्ञापन देने का क्या फायदा. वहीं उन्होंने कहा अब एक दिन के लिए दिल्ली जाम की जायेगी, इसके बाद उनकी बात सुनी जाएगी.
उन्होंने कहा कि दिल्ली में उनका धरना प्रदर्शन अपने देश और तिरंगे के साथ संविधान को बचाने के लिए होगा. मौलाना तौकीर रजा ने कहा कि कुछ ताकतें मुस्लिम युवकों को उकसाने के लिए काम कर रही है. जिस तरह लोग गुस्ताखी कर रहे हैं वह केवल सुर्खियों के लिए कर रहे है. मौलाना तौकीर रजा ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि वह पूछना चाहते है कि पीएम मोदी केवल सनातनी लोगों के पीएम है.
मोदी सनातन धर्म के पीएम- रजा
तैकीर रजा ने कहा कि क्या वह गैर हिन्दू लोगों के पीएम नहीं है. उन्होंने कहा कि मोदी ने यह साबित किया है कि वह सनातन धर्म के पीएम है. पीएम मोदी राजधर्म का पालन करें. उन्होंने पूर्व पीएम लालबहादुर शास्त्री ,जवाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी का नाम लेकर कहा कि मुसलमानों ने इन्हें अपना पीएम माना.
आईएमसी के अध्यक्ष ने कहा नवी के खिलाफ टिप्पणी करने वालों के सिर पर अपना हाथ रखते है. देश में राजनीतिक हालातों पर तंज कसते हुए कहा कि क्या पीएम ईमानदार है. जज साहब हिन्दू और मुस्लिम देखकर अपना फैसला देते है. उन्होंने यह भी कहा कि देश मे मुस्लिम पर्सनल लॉ होने के बावजूद आज न्याय उस कानून के मुताबिक नहीं हो रहे है. उनकी मांग है कि जितने भी केस मस्जिद से जुड़े पेंडिंग है उन्हें आज ही खारिज कर देना चाहिए.