प्रयागराज, एबीपी गंगा। हमारे देश में शिक्षक को गुरु का दर्जा दिया जाता है, लेकिन प्रयागराज जिले में एक शिक्षक ने इस दर्जे का अपमान किया है। दरअसल, यहां एक ट्यूशन टीचर द्वारा एक छात्रा के साथ यौन उत्पीड़न का मामला सामने आया है। पीड़ित छात्रा ने जो खुलासा किया है वो और हैरान कर देने वाला है। छात्रा की मानें तो महज 12 साल की उम्र से ही शिक्षक उसका शोषण कर रहा था। करीब 6 साल बाद छात्रा ने इसका खुलासा सोशल मीडिया पर किया है। छात्रा के परिजनों को भी सोशल मीडिया से ही बेटी के साथ हुए यौन शोषण की जानकारी मिली। खबर के मुताबिक, सुनील दुआ पेशे से ट्यूशन टीचर है और वो छात्राओं को ट्यूशन पढ़ाने उनके घर जाता था।


छात्राओं से राखी बंधवाकर करता था दिखावा
पूछताछ में पता चला है कि आरोपी टीचर छात्राओं को अपनी बहन बना लेता था और उनसे दिखावे के लिए राखी बंधवाता था। यहीं नहीं, अपना विश्वास जीतने के लिए वो छात्राओं के परिजनों से उनकी बुराई करता था और बच्चियों को डरा-धमककार उनसे संबंध बनाता था। एक बार बच्ची के उत्पीड़न के बाद वह उन्हें परिवार व समाज के सामने ब्लैकमेल करने की धमकी देकर उन्हें मुंह बंद रखने पर मजबूर करता था।


परिजनों ने सोशल मीडिया पर पोस्ट की चिट्ठी
बीते हफ्ते ही पीड़िता ने अपनी आपबीती सोशल मीडिया पर सार्वजनिक कर दी और अपने ट्यूशन टीचर सुनील दुआ के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। परिवार वालों को जब यह बात पता चली तो उन्होंने बेटी के इस साहस की हौसला अफजाई की और अंग्रेजी में लिखी उसकी चिट्ठी को अनुवाद के साथ अपने फेसबुक व इंस्टाग्राम अकाउंट पर पोस्ट कर दिया। परिवार वालों ने इस मामले में प्रयागराज के सिविल लाइंस पुलिस स्टेशन में एफआईआर भी दर्ज करा दी। वहीं, शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज दिया है। पूछताछ में उसने दूसरी छात्राओं के साथ भी यौन शोषण की बात कबूली है।