पीलीभीत: शिक्षा की अद्भुत मिसाल के रूप में विकसित हुए जनपद पीलीभीत के ग्राम पंचायत माधोटांडा के कन्या उच्च प्राथमिक विद्यालय से प्ररेणा लेकर बच्चें अपना उज्जवल भविष्य को निखारने की जुगत में हैं. विद्यालय की प्रधानाध्यापिका रूबि हासिम खां और सहायक अध्यापक रितुल कुमार सिंह ने बच्चों को बेहतर दिशा देने के उद्देश्य से करीब तीन लाख रुपए अपने पास से लगाकर विद्यालय का ऐसा कायाकल्प कराया जो जनपद में नज़ीर बना हुआ है.


स्कूल में 13 सीसीटीवी कैमरे


यह कहने में गुरेज नहीं है कि यूपी का पहला ऐसा बेसिक स्कूल है जहां 13 सीसीटीवी कैमरे और मॉडल फर्नीचर, प्रोजेक्टर का प्रयोग कर बच्चों को बेहतर शिक्षा दी जा रही है. 12 सदस्यीय शिक्षकों की टीम विघालय के 337 बच्चों को प्राइवेट विद्यालय के अनुरूप शिक्षा दी जा रही है. यही कारण है कि विद्यालय की प्रधानाध्यापिका रूबि हासिम खां को करीब 12 जिला एवं राज्य स्तरीय पुरस्कार मिल चुके हैं. वहीं, सहायक अध्यापक रितुल कुमार सिंह को भी जैव विविधता के प्रोजेक्ट पर राज्य स्तरीय पुरस्कार मिला है.



स्कूल का कायाकल्प


स्कूल का कायाकल्प होने से पहले विद्यालय जर्जर हालत में था. चोरी की घटनाएं भी होने के साथ खुराफाती तत्व सक्रिय रहते थे. लेकिन अब स्कूल की बाउंड्री ऊंची है. स्कूल बाहर से अंदर तक सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में दिन रात रहता है. टायल्स तो प्रदेश के सारे स्कूल में लगी है, लेकिन यहां स्कूल के कमरों के बाहर सड़क तक टायल्स लगी है. पूरा स्कूल बहुत खूबसूरत लगता है.


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