हरिद्वार, एबीपी गंगा। हरिद्वार में 12 वर्षीय नाबालिग छात्र से दुष्कर्म का मामला सामने आया है। सहारनपुर की रहने वाला छात्र बहादराबाद थाना क्षेत्र के एक छात्रावास में रहकर पढ़ाई कर रहा था। जानकारी के मताबिक, छात्र के साथ दुष्कर्म करने वाला कोई बाहरी नहीं बल्कि उसका टीचर है। आरोपी टीचर छात्र के साथ दो माह तक दुष्कर्म करता रहा। छात्र की आपबीती का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, तो जांच के बाद पुलिस ने मुकदमा दर्जकर  आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, मगर पुलिस अभी इस मामले में कुछ भी बोलने से बच रही है।




मासूम के साथ दरिंदगी का मामला तब सामने आया जब अनाथ छात्र की वीडियो वायरल हुई। वीडियो में छात्र ने अपने साथ हुए हैवानियत के बारे में बताया। पीड़ित छात्र ने वायरल वीडियो में कहा है कि मैं अनाथ हूं, मुझे तब यहां पर भेजा गया है। मैं यहां पर 5 साल से पढ़ रहा हूं, मगर एक दिन टीचर मेरे कमरे में आए और उनके द्वारा मेरे साथ गलत हरकत की गई। टीचर द्वारा कई बार मेरे साथ ऐसी हरकत की गई है।


इतना ही नहीं, यहां एक और मामला सामने आया जिसमें यहां पढ़ने वाले एक बच्चे की मां के साथ भी बदसलूकी की गई। पीड़ित का कहना है कि इस टीचर द्वारा मेरे साथ भी गलत हरकत करने की कोशिश की गई थी। टीचर ने मुझे बहाने से ऋषिकेश बुलाया था और मुझे कहा गया था कि बच्चों को घुमाने लेकर जा रहे हैं, पर टीचर द्वारा वहां किसी कमरे में मुझे बिठाया गया। मगर वहा कोई बच्चे नहीं थे। वहां उन्होंने मेरे साथ बदतमीजी की, मैं वहां से भाग निकली। इसलिए इस टीचर द्वारा मेरे बच्चे के साथ मारपीट की गई।


उन्होंने बताया कि मेरे बच्चे के बीमार होने पर मुझे उसे यहां से ले जाने की बात कही गई। बच्चे की तबीयत सही हो जाने के बाद जब मैं उसे यहां छोड़ने आई, तो बच्चे के लेने से मना कर दिया। हमारी स्कूल प्रबंधन से बात हुई, तो बच्चे को रख लिया गया। मगर कुछ दिन बाद यहां से फिर कॉल आया, जब मैं स्कूल पहुंची, तो मेरे बच्चे को चोटें लगी हुई थीं। तब बहादराबाद थाने में मैंने तहरीर दी, मगर पुलिस ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की। अब एक बच्चे का वीडियो वायरल होने पर पुलिस पर दबाव बना है, तो उनके द्वारा मुकदमा दर्ज कर दिया गया है। मैं चाहती हूं कि पुलिस प्रशासन इस मामले में सख्त से सख्त कार्रवाई करें।


छात्रावास में अनाथ छात्रों के साथ हुई इस घटना ने सभी को सन्न कर दिया है। पीड़ित के साथ वात्सल्य वाटिका छात्रावास पहुंचे बीजेपी मंडल महामंत्री मनीष गुप्ता का कहना है कि 12 तारीख को एक बच्चों को बुरी तरह से मारा गया था। तब मैं यहां पहुंचा था, मगर उस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। अब फिर एक और मामला सामने आया है, जिसमें एक बच्चे के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया है। इसमें एक वीडियो भी वायरल हुई है। इस छात्रावास से 6 बच्चों को और निकाला गया है। पुलिस को इस मामले में उन बच्चों से भी और जो यहां पर छात्र पढ़ रहे हैं, उनसे जांच कर सख्त से सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।



वात्सल्य वाटिका  छात्रावास के प्रबंधक प्रदीप मिश्रा का कहना है कि यह मामला हमारे संज्ञान में आया था, इस मामले में मुकदमा दर्ज हो गया है। पुलिस ने टीचर को गिरफ्तार भी कर लिया है, अगर टीचर दोषी होता है, तो पुलिस इस पर कार्रवाई करें। हम पुलिस जांच में पूरा सहयोग कर रहे हैं। 18 साल से हम इसको चला रहे हैं, अगर हमें स्टाफ की कोई भी शिकायत मिलती है, तो हमारे द्वारा इस पर कार्रवाई की जाती है। हमें पहले इस मामले का पता नहीं था, पर जैसे ही पता चला हमारे द्वारा अभी उनको छात्रावास से निलंबित कर दिया गया है। मगर आखिर टीचर के ऊपर अभी क्यों आरोप लगे क्योंकि बच्चा एक साल से यहां पर रह रहा था, मगर जब बच्चे को यहां से ले जाने को कहा गया तब यह आरोप लगाए गए है



वात्सल्य वाटिका छात्रावास में हुई इस घटना के बाद छात्रावास प्रबंधन पर भी सवालिया निशान खड़े हो गए हैं। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए मुकदमा दर्ज कर आरोपी टीचर को तो गिरफ्तार कर लिया है, मगर पुलिस इस मामले में क्या कार्रवाई करती है। यह देखने वाली बात होगी, क्योंकि पुलिस अभी मीडिया से कैमरे में कुछ भी बोलने से बच रही है। मगर छात्रावास में अनाथ नाबालिग छात्र का वीडियो वायरल होने के बाद छात्रावास प्रबंधन को सवालों के घेरे में ला दिया है।