Lucknow: शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों ने विधानसभा का घेराव कर जमकर की नारेबाजी, कहा- जो भर्ती देगा वो वोट लेगा
UP: मंगलवार को सैंकड़ों की संख्या में अभ्यर्थियों ने लखनऊ विधानसभा का घेराव किया. ये अभ्यर्थी सरकार से बेसिक शिक्षा विभाग में 97 हज़ार पदों की नई शिक्षक भर्ती लाने की मांग कर रहे हैं.
Lucknow News: शिक्षक भर्ती के मामले में बवाल खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. इसी कड़ी में मंगलवार को सैंकड़ों की संख्या में अभ्यर्थियों ने विधानसभा का घेराव किया. ये अभ्यर्थी सरकार से बेसिक शिक्षा विभाग में 97 हज़ार पदों की नई शिक्षक भर्ती लाने की मांग कर रहे हैं. अभ्यर्थियों के धरने प्रदर्शन के चलते लंबे समय तक विधानसभा मार्ग बंद रहा. बाद में पुलिस ने बल प्रयोग कर अभ्यर्थियों को हिरासत में लेकर हटाया.
प्रदेश भर से पहुंचे अभ्यर्थियों ने कहा कि सरकार ने 5 साल में बेसिक शिक्षा विभाग में कोई नई शिक्षक भर्ती नहीं की. जुलाई 2017 में सुप्रीम कोर्ट के आदेश से शिक्षामित्रों का समायोजन रद्द होने पर जो पद खाली हुए, सिर्फ उन्हें भरा. इसमें जो 17 हज़ार पद खाली रह गए अब उसके लिए फिर भर्ती का ऐलान किया है. लेकिन इन 5 सालों में जो लाखों और टीईटी क्वालीफाई हुए उनका क्या? अभ्यर्थियों को रोकने के लिए पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर विधानसभा मार्ग को बंद किया.
अभ्यर्थियों ने कही ये बात
अभ्यर्थियों का कहना है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होंगी तब तक वह ऐसे आंदोलन करते रहेंगे. प्रदेश में 20 लाख से अधिक बेरोजगारों की फौज खड़ी है. ऐसे में 17 हज़ार पदों पर भर्ती से क्या होगा. अभ्यर्थियों ने कहा कि 97 हज़ार भर्ती नहीं होगी तो वो सड़कों पर ही नज़र आएंगे. 3 साल से संघर्ष कर रहे, अब अनवरत धरना चलेगा. हाल ही में सरकार ने 17 हज़ार पदों पर भर्ती का ऐलान किया, उसको अभ्यर्थियों ने झुनझुना बताया. अभ्यर्थी बोले- जो भर्ती देगा वो वोट लेगा, अबकी बार 97 हज़ार.
पुलिस ने किया बल का प्रयोग
तमाम प्रयास के बाद भी अभ्यर्थियों के ना हटने पर पुलिस ने बल प्रयोग कर उन्हें हिरासत में लिया. अभ्यर्थियों को बसों में भरकर ईको गार्डन भेजा गया. इस दौरान अभ्यर्थियों ने नारेबाजी तेज कर दी और विधानसभा के अन्य गेट की तरफ भी चले गए. पुलिस को इन्हें हटाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी. अभ्यर्थियों ने कहा कि वो मानेंगे नहीं और फिर धरना प्रदर्शन करेंगे.
अभ्यर्थियों ने की ये मांग
अभ्यर्थियों ने कहा कि प्रदेश सरकार ने खुद सुप्रीम कोर्ट में 51,112 पद खाली होने का हलफनामा लगाया था. इसके अलावा 68,500 पदों की जो भर्ती हुई, उसमें भी करीब 22 हज़ार पद खाली रह गए. वहीं, हर साल इन स्कूलों के 10 से 15 हज़ार शिक्षक रिटायर भी हो रहे है. इस हिसाब से कम से कम एक लाख पदों की नई शिक्षक भर्ती आनी चाहिए.
ये भी पढे़ं-