प्रयागराज, मोहम्मद मोइन। यूपी के ऑरेंज ज़ोन वाले जिलों में भी कल से यूपी बोर्ड की कापियां जांची जानी है। जिन शहरों में कल से कापियां चेक होनी है, उनकी संख्या तीन दर्जन के करीब है। संगम नगरी प्रयागराज भी ऑरेंज जोन में है। यूपी बोर्ड का हेडक्वार्टर भी यहीं है, लेकिन यहां के टीचर्स कल से कापियां चेक किये जाने का विरोध कर रहे हैं। तमाम टीचर्स मूल्यांकन का बायकाट करने की भी तैयारी में हैं।


इन टीचर्स का कहना है कि ऑरेंज जोन में कोरोना के कई संक्रमित मरीज होते हैं। बड़ी संख्या में लोग संदिग्ध होते हैं और साथ ही तमाम लोगों को क्वारंटीन भी किया जाता है। जिन केंद्रों पर कापियां जांची जाती हैं, वहां सैकड़ों टीचर्स की भीड़ होती है। ऐसे में उन जगहों पर सोशल डिस्टेंसिंग का पूरी तरह पालन व्यवहारिक तौर पर मुमकिन नहीं है। इस वजह से आरेंज जोन वाले जिलों में कापियां जांचने का मतलब टीचर्स में संक्रमण का खतरा पैदा करना है। टीचर्स का कहना है कि सरकारी सिर्फ वाहवाही के लिए कापियों का मूल्यांकन कर रही है। इनके मुताबिक़ अगर सरकार कापियां चेक कराना ही चाहती है तो उसे सीबीएसई की तर्ज पर टीचर्स के घर पर ही कापियों का मूल्यांकन कराने के इंतजाम करने चाहिए।


गौरतलब है कि यूपी सरकार ने पांच मई से ग्रीन ज़ोन वाले जिलों में यूपी बोर्ड की कापियों का मूल्यांकन शुरू करा दिया है, जबकि ऑरेंज जोन वाले तीन दर्जन जिलों में कल यानी बारह मई से कापियां जंचनी है।