लखनऊ: अन्ना हजारे की सचिव कल्पना इनामदार ने कहा है कि अगर बीजेपी 2014 के बाद जनता से किए अपने वादे पूरे नहीं करती है तो टीम अन्ना उसके खिलाफ प्रदर्शन शुरू करेगी.उन्होंने कहा कि जनता ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को प्रचंड बहुमत दिया था, लेकिन यह सत्ता में आने पर अपने वादे पूरे करने में विफल रही है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के विकल्प के तौर पर बीजेपी को बहुमत के साथ सत्ता सौंपी थी, लेकिन बीजेपी के पिछले आठ साल के कार्यकाल में देश की ग्रामीण इलाकों की हालत और भी लचर हो गई है. 


बीजेपी पर टीम अन्ना ने क्या आरोप लगाए हैं


इनामदार ने गुरुवार को यहां राष्ट्रीय किसान मंच की ओर से आयोजित प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित कर रही थीं. उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार और असमानताओं के जाल में फंसी जनता ने 2011 और उसके बाद हुए अन्ना के सभी आंदोलन में उनका साथ दिया था. कांग्रेस के विकल्प के तौर पर बीजेपी को बहुमत के साथ सत्ता सौंपी. उन्होंने कहा कि लेकिन बीजेपी के पिछले आठ साल के कार्यकाल में देश की ग्रामीण इलाकों की हालत और भी लचर हो गई है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि देश में भ्रष्टाचार बढ़ा है, उद्योगपति गांवों की सम्पदा को लूट रहे हैं और सरकार मौन है.


इनामदार ने कहा कि अन्ना हजारे द्वारा कई बार पत्र लिखने के बावजूद केन्द्र की नरेंद्र मोदी सरकार का वादे के मुताबिक योजनाओं को जमीन पर नहीं उतारना समझ से परे है. उन्होंने कहा, ''अगर जल्द ही मोदी सरकार ने चुनाव से पहले किए गए वादों को पूर्ण करने की तरफ़ कदम ना उठाया तो फिर से अन्ना टीम जनता को जागरुक करके बीजेपी को सरकार से हटाने का काम करेगी.''


किसान और नौजवानों की हालत क्या है


राष्ट्रीय किसान मंच के अध्यक्ष शेखर दीक्षित ने इस मौके पर कहा कि धर्म के नाम पर लोगों को लड़ा कर वोट पाना तो आसान है मगर उन्हीं लोगों के लिए ज़मीन पर काम करना बीजेपी सरकार के वश की बात नहीं है. उन्होंने कहा कि आज देश का किसान और नौजवान हताश, दुखी और मायूस है.


इस मौके पर सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी कमल टावरी ने कहा कि सरकार अगर गांवों और देश की संस्कृति को वाकई बचाना चाहती है तो उसे 'गाय और साधु-संतों' की राजनीति छोड़कर ज़मीन पर काम करना होगा. उन्होंने कहा कि सचाई यह है कि अभी काम शुरू भी नहीं हुआ है.


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