देहरादून: वॉटर एडवेंचर स्पोर्ट का हब बन रही टिहरी झील में अब पानी कम होने पर टापू पर्यटकों के लिए न्यू टूरिस्ट स्पॉट बनेंगे. प्रशासन और टिहरी झील बोट यूनियन की तरफ से इन टापुओं को डेवलेप किए जाने की योजना है. जिससे, झील के बीचोबीच ये टापू पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बन सकें और ऐतिहासिक पुरानी टिहरी के बारे में भी जान सकें.


पर्यटन की अपार संभावनाएं
पहाड़ों के बीच में 42 वर्ग किलोमीटर में फैली टिहरी झील में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं, जिसे लेकर अब प्रयास भी किए जा रहे हैं. बरसात के समय को छोड़कर टिहरी झील का वॉटर लेवल कम रहता है जिससे टिहरी झील में डूबी पहाड़ियां और पुरानी टिहरी की ऐतिहासिक इमारतें नजर आती हैं.



मेगा प्रोजेक्ट के तहत किया जा रहा है काम
टिहरी झील में पर्यटन की गतिविधियां बढ़ने के साथ ही झील और आसपास के क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार के मेगा प्रोजेक्ट के तहत काम किया जा रहा है. जिसमें, टिहरी झील के आसपास रिंग रोड, होटल, रेस्तरां, ट्रैकिंग, पैराग्लाइडिंग सहित अन्य पर्यटन गतिविधियों को बढ़ाने के लिए प्लान तैयार किया जा रहा है. इससे टिहरी झील आने वाले पर्यटक सिर्फ बोटिंग तक ही सीमित नहीं रहेंगे.


पानी में डूबी पहाड़ियां नजर आ रही हैं
टिहरी झील का वॉटर लेवल कम होने से इन दिनों पानी में डूबी पहाड़ियां नजर आ रही हैं, जिन्हें नए टूरिस्ट स्पॉट के रूप में डेवलेप करने की योजना बनाई जा रही है. टिहरी झील के बीचोबीच स्थित ये पहाड़ियां और टापू अपने आप में पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र भी बन रहे हैं. सेल्फी प्वाइंट से लेकर अन्य तरह की पर्यटन गतिविधियां भविष्य में यहां देखने को मिल सकती हैं.



टिहरी झील में बढ़ेगा टूरिस्ट
टिहरी झील के आसपास के क्षेत्र प्रतापनगर को भी केंद्र सरकार के मेगा प्रोजेक्ट के तहत पर्यटन की दृष्टि से डेवलेप करने की योजना बनाई जा रही है. जिसके तहत बोटिंग गतिविधियों के अलाव एडवेंचर टूरिज्म को बढ़ावा दिया जा सके. टिहरी झील बोट मालिकों और आसपास के क्षेत्र के लोगों का कहना है कि झील के बीचोबीच इन पहाड़ियों और टापू में पर्यटकों के आने-जाने की सुविधा बनाई जाए और इन्हें टूरिस्ट स्पॉट के रूप में डेवलेप किया जाए तो इससे टिहरी झील में टूरिस्ट बढ़ेगा.



होगी अलग पहचान
टिहरी झील में पर्यटन गतिविधियां बढ़ने के साथ ही रोजगार के साधन बढ़े हैं. वहीं, झील और आसपास के क्षेत्रों में भी यदि पर्यटन की गतिविधियां बढ़ती हैं तो टिहरी झील पर्यटन की दृष्टि से विश्व मानचित्र पर अपनी अलग पहचान बनाएगी.


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