Tehri News: शहीदों के सम्मान के नाम पर सरकारें बड़ी-बड़ी बातें करती है, लेकिन शहीदों के नाम पर होने वाली घोषणाएं केवल कागजों में सिमट जाती है. कारगिल शहीद दिनेश दत्त बहुगुणा (Dinesh Dutt Bahuguna) का गांव खेमड़ा (Khemara) 18 वर्ष बीत जाने के बाद भी आज तक सड़क से नहीं जुड़ पाया है, ग्रामीण सालों से कई किमी पैदल चल रहे हैं. ग्रामीणों ने डीएम से लेकर सीएम तक गांव खेमड़ा को सड़क से जोड़ने की गुहार लगाई गई, लेकिन गांव खेमड़ा फिर भी सड़क मार्ग से नहीं जुड़ पाया. अब ग्रामीणों ने जल्द मांग पूरी न होने पर बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है.
शहीद दिनेश दत्त बहुगुणा का गांव है खेमड़ा
खेमड़ा निवासी 17 वीं गढ़वाल रायफल में तैनात दिनेश दत्त बहुगुणा दुश्मनों से लोहा लेते हुए 30 जून 1999 को कारगिल के बारामुला में शहीद हो गए थे. सरकार ने शहीद होने के बाद गांव को जोड़ने के लिए सड़क की घोषणा की थी. कारगिल शहीद दिनेश दत्त बहुगुणा के गांव खेमड़ा की ग्राम प्रधान दीपिका चौहान ने कहा कि साल 2004 में गांव के लिए कारगिल शहीद दिनेश दत्त बहुगुणा के नाम से सड़क स्वीकृत हुई थी, लेकिन 18 वर्ष बाद भी गांव को सड़क से नहीं जोड़ा गया.
ग्राम प्रधान ने कहा कि सड़क निर्माण मार्ग पर एक काश्तकार द्वारा बेवजह रुकावट की गई है. जो कि सरकारी भूमि को अपनी बताकर सड़क निर्माण में बाधा पैदा कर रहा है. जबकि क्षेत्रीय पटवारी द्वार उक्त भूमि को सरकार की होना बताया जा रहा है. लोनिवि प्रांतीय खंड बौराड़ी की ओर से सड़क निर्माण के लिये ठेकेदार के नाम पर अनुबंध भी किया गया है.
अब ग्रामीणों ने दी आंदोलन की चेतावनी
ग्रामीणों ने डीएम से पुलिस प्रशासन की सुरक्षा में सड़क निर्माण करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि 15 दिसंबर तक सड़क निर्माण कार्य शुरू नहीं होता है, तो ग्रामीणों को आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा. जिलाधिकारी सौरभ गहरवार ने जानकारी देते हुए बताया कि अभी मेरे पास सूचना प्राप्त हुई है कि वहां पर कुछ लोगों द्वारा अवरोध उत्पन्न किया जा रहा है. इस पर मैंने उनसे कहा कि आपको शासन प्रशासन से सहयोग की आवश्यकता है उसके लिए हम काम करेंगे.
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