Tehri: टिहरी में यूनियन बैंक की शाखा में करोड़ों का घोटाला, बैंक कैशियर फरार, अब खाता धारकों की लगी भीड़
Uttarakhand News: टिहरी में यूनियन बैंक में करीब दो करोड़ का घोटाला सामने आया है. घोटाले का खुलासा होने के बाद बैंक कैशियर सोमेश डोभाल फरार हो गया.
![Tehri: टिहरी में यूनियन बैंक की शाखा में करोड़ों का घोटाला, बैंक कैशियर फरार, अब खाता धारकों की लगी भीड़ Tehri News Scam worth crores in Union Bank branch bank cashier absconding ANN Tehri: टिहरी में यूनियन बैंक की शाखा में करोड़ों का घोटाला, बैंक कैशियर फरार, अब खाता धारकों की लगी भीड़](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/09/03/c3833c6293061ad4974029d7d2adc58a1662204976358448_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
Tehri News: टिहरी (Tehri) जिले के मदन नेगी में यूनियन बैंक में करीब दो करोड़ का घोटाला सामने आया है. घोटाले का खुलासा होने के बाद बैंक कैशियर सोमेश डोभाल फरार हो गया. बैंक में घोटाले का पता चलने के बाद बैंक में खाता धारकों की भीड़ जुट चुकी है. ग्रामीणों का आरोप है कि उन्होंने यूनियन बैंक की शाखा में फिक्स डिपॉजिट और सेविंग एकाउंट में पैसे जमा किये हुए थे, मगर जब बैंक की शाखा में पता किया तो तकरीबन सभी के पैसे फिक्स डिपॉजिट और सेविंग एकाउंट पैसे गायब मिले.
क्या है पूरा मामला?
लोगों का आरोप है कि बैंक कैशियर ने ग्रामीणों के फर्जी हस्ताक्षर और अवैध अगूंठा लगाकर पैसे की निकासी की है, जिसके बाद लोगों में खलबली मच गई. ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने अपने जीवन की सारी जमा पूंजी बैंक में जमा की थी, मगर अब बैंक में उनके पैसे न होने से लोगों परेशान है. लोगों का कहना है कि उन्होंने मेहनत और मजदूरी, गाय भैंस का दूध बेचकर लोगों ने धीरे धीरे पैसे जमा किये हैं जो कि आज सारी रकम बैंक से गायब है, जिससे लोग काफी हताश और निराश है.
जांच अधिकारी ने ये बताया
लोग सरकार से अपने पैसे वापसी की मांग कर रहे हैं, वहीं इस प्रकरण पर यूनियन बैंक के शाखा के जांच अधिकारी संजय उपाध्याय का कहना है कि अभी तक कि जांच में 2 करोड़ घोटाला सामने आया है और अभी और घोटाले की संभावना बनी हुई है, अभी और खातों की जांच जारी है. बैंक घोटाले के बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश है, लोग बैंक कर्मचारियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं.
जांच अधिकारी संजय उपाध्याय ने बताया कि 28 तारीख को हमारा यहां पर एक कैश वैरिफिकेशन हुआ था जिसमें तकरीबन 43 से 44 लाख रुपए के कैश का घोटाला पाया गया, उसके बाद क्षेत्रीय कार्यालय से मुझे यहां डिपोर्ट किया गया, प्राईमरी इन्वेस्टिगेशन करने के लिए, जो एक तारीख मैं यहां पर हूं इसके अलावा एटीएम में भी करीब तीन लाख का घोटाला हुआ. कस्टमर जब आने शुरू हुए तो उनको पता चला कि हमारे अकाउंट में कुछ गड़बड़ी हुई है, उसके बाद हमने उनके एफडी, सेविंग सब चैक किए तो बहुत सारे मामले इसमें आए हैं. अभी तक इसमें 2 करोड़ से ऊपर का मामला चला गया है.
ये भी पढ़ें:-
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)