भगवान बद्री विशाल के अभिषेक के लिए सुहागिन महिलाओं ने पिरोया तिलों का तेल, टिहरी की सांसद रहीं मौजूद
Chardham Yatra 2023: तिलों के तेल को महाराजा मनुजेंद्र शाह द्वारा बद्रीनाथ से आए डिमरी समुदाय को सौंपा गया. यह तेल 6 महीनों तक भगवान बद्री विशाल के अभिषेक में इस्तेमाल किया जाएगा.
Chardham Yatra 2023: करोड़ों हिंदुओं की आस्था का केंद्र और धरती पर बैकुंठ धाम कहे जाने वाले भगवान बद्री विशाल (Lord Badri Vishal) के अभिषेक के लिए नरेंद्र नगर के राजमहल में टिहरी की सांसद-महारानी राज्य लक्ष्मी शाह (Tehri MP Maharani Rajya Lakshmi Shah) की अगुवाई में नगर की सुहागिन महिलाओं द्वारा पीला वस्त्र धारण कर मूसल और सिलबट्टे से पीसकर तिलों का तेल पिरोया गया. विशेष जड़ी-बूटी डालकर तिलों के तेल को विशुद्ध बर्तन में पकाया गया, ताकि उसमें लेस मात्र भी जल का अंश न रहे. श्री बद्रीनाथ डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत के प्रतिनिधि गाडू घड़ा तेल कलश लेने प्रातः राजमहल पहुंच गए थे.
6 महीनों तक भगवान के अभिषेक में इस्तेमाल होगा यह तेल
तिलों का तेल पिरोने के बाद डिमरी धार्मिक पंचायत के सरोलों ने भोग तैयार कर महाराजा मनु जयेंद्र के हाथों भगवान बद्रीनाथ को भोग/प्रसाद चढ़ाया गया. इसके बाद तिलों के तेल को गाडू घड़ा कलश में परिपूरित कर महाराजा मनुजेंद्र शाह द्वारा बद्रीनाथ से आए डिमरी समुदाय को सौंपा गया. यह तेल 6 महीनों तक भगवान बद्री विशाल के अभिषेक में इस्तेमाल किया जाएगा. महाराजा मनु जयेंद्र शाह ने गाडू घड़ा तेल कलश को डिम्मर समुदाय को सौंपा. राज महल से ढोल दमाऊ और गाजे-बाजे के साथ भव्य गाडू घड़ा तेल कलश यात्रा बद्री धाम के लिए रवाना हो गई.
27 अप्रैल को खोल दिए जाएंगे भगवान बद्री विशाल के कपाट
बता दें कि 27 अप्रैल को 7:10 पर भगवान बद्री विशाल के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खोल दिए जाएंगे. इस मौके पर टिहरी की सांसद महारानी राज्य लक्ष्मी शाह ने भगवान बद्री विशाल से विश्व शांति की कामना करते हुए, देश, प्रदेश और विश्व के आस्थावान लोगों से भगवान बद्रीनाथ के दर्शन कर, सबके सुख, शांति और समृद्धि की कामना की है. बता दें कि चारधाम यात्रा की तैयारियां जोर शोर से चल रही हैं. यात्रा के दौरान भारी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है.
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