Tehri News Today: उत्तराखंड के टिहरी जिले में बीते दिनों गुलदार के हमले से दहशत का माहौल है. शनिवार (19 अक्टूबर) को एक 13 वर्षीय किशोरी साक्षी पर घात लगाए गुलदार ने हमला कर दिया, जिससे उसकी मौत हो गई. घटना के बाद से गांव में भय और आक्रोश का माहौल है. 


टिहरी जिले के भिलंगना ब्लॉक में यह पिछले तीन महीनों में गुलदार के हमले में तीसरी मौत है. इससे वन विभाग के खिलाफ ग्रामीणों में काफी नाराजगी  है.


गुलदार ने किशोरी पर किया हमला
हिंदाव पट्टी के कोट गांव निवासी वीरेंद्र सिंह कैंतुरा की बेटी साक्षी (13) शनिवार को अपराह्न करीब साढ़े चार बजे दुकान से सामान लेकर घर लौट रही थी. वह अपने घर से महज 50 मीटर की दूरी पर थी जब घात लगाए बैठे गुलदार ने उस पर हमला कर दिया. 


गुलदार के हमले के बाद साक्षी ने बचाव के लिए शोर मचाना शुरू कर दिया, लेकिन जब तक लोग मौके पर पहुंचते गुलदार उसे घसीटकर झाड़ियों में लेकर चला गया. ग्रामीणों ने शोर मचाते हुए गुलदार के निशान का पीछा किया और करीब 50 से 60 मीटर की दूरी पर झाड़ियों में साक्षी का क्षत-विक्षत शव पड़ा मिला.


घटना से ग्रामीण नाराज
इस दर्दनाक हादसे के बाद साक्षी की मां संगीता बेटी का शव देखते ही बेहोश होकर गिर पड़ी. किशोरी की मौत की खबर फैलते ही पूरे गांव में कोहराम मच गया. बड़ी संख्या में ग्रामीण घटनास्थल पर इकट्ठा हो गए और वन विभाग के खिलाफ नाराजगी जताई.


ग्रामीणों ने बच्चों और अन्य लोगों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की है. यह घटना भिलंगना ब्लॉक में तीन महीने में तीसरी बार हुई है, जब गुलदार के हमले से किसी की मौत हुई है. इन घटनाओं के बाद स्थानीय लोग दहशत फैल गई है और उनके साथ हमेशा अनहोनी की आशंका बनी रहती है. 


'वन विभाग ने किया शूटर तैनात'
घटना की जानकारी मिलते ही वन विभाग की टीम घटनास्थल पर पहुंच गई. रेंजर आशीष नौटियाल ने बताया कि गुलदार को पकड़ने के लिए गांव में मचान बनाकर शूटर तैनात कर दिया गया है. वन विभाग ने गुलदार के शव के पास लौटने का इंतजार करने की योजना बनाई है, जिससे उसे मारा जा सके.


रेंजर आशीष नौटियाल ने कहा कि विभाग पूरी सतर्कता बरत रहा है और गुलदार की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है. हालांकि, ग्रामीणों ने वन विभाग की प्रतिक्रिया को लेकर कड़ी नाराजगी जताई है और बच्चों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की है.


पहले भी गुलदार कर चुका है हमला
इससे पहले भी भिलंगना ब्लॉक और आसपास के क्षेत्रों में गुलदार के हमले की कई घटनाएं सामने आ चुकी है. अगस्त में भी एक व्यक्ति पर हमला हुआ था, जबकि सितंबर में एक अन्य बच्चे की मौत गुलदार के हमले में हो गई थी.


उत्तराखंड के अलग-अलग पहाड़ी क्षेत्रों में गुलदार के हमले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. वन्यजीव और मानव के बीच संघर्ष की इन घटनाओं से ग्रामीणों में भय और वन विभाग के प्रति नाराजगी बढ़ती जा रही है. 


ग्रामीणों का कहना है कि वन विभाग को इन क्षेत्रों में गश्त बढ़ानी चाहिए. उन्होंने कहा कि गुलदार को पकड़ने के लिए प्रभावी कदम उठाए जाने चाहिए, जिससे इस तरह के हादसों को रोका जा सके.


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