लखनऊ, वीरेश पांडेय। देश की पहली निजी ट्रेन तेजस एक्सप्रेस नई दिल्ली-लखनऊ रूट पर दौड़ने के लिए तैयार है। तेजस एक्सप्रेस चार अक्टूबर से नई दिल्ली-लखनऊ के बीच चलेगी। आईआरसीटीसी द्वारा शुरू की जा रही तेजस एक्सप्रेस हफ्ते में 6 दिन चलेगी। हफ्ते में केवल एक दिन मंगलवार को ये ट्रेन नहीं चलेगी। मंगलवार को इस ट्रेन को रूटीन मेंटेनेंस के लिए रखा जाएगा। बतादें कि तेजस एक्सप्रेस को अक्टूबर के पहले सप्ताह से शुरू करने का नवरात्रि है। नवरात्रि के चलते इस ट्रेन को अच्छी बुकिंग मिल सकती है।
मुंबई-अहमदाबाद रूट पर फैसला नहीं
मुंबई और अहमदाबाद के बीच चलने वाली तेजस एक्सप्रेस ट्रेन को लेकर अभी कोई अंतिम फैसला नहीं हुआ है। सूत्रों के मुताबिक ट्रेन को मुंबई से अहमदाबाद के बीच केवल दो स्टॉपेज सूरत और वडोदरा दिए गए हैं। ऐसे में आईआरसीटीसी को आशंका है कि सिर्फ दो स्टॉपेज के चलते ट्रेन को मुसाफिर जुटा पाने में मुश्किल होगी। यही वजह है कि आईआरसीटीसी ने मुंबई सब अर्बन स्टेशनों पर भी स्टॉपेज की मांग की है। जिसमें बोरीवली, वापी, भरूच और नाडियाद स्टेशन भी शामिल हैं।
क्या होगा किराया?
भारतीय रेलवे ने पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर लखनऊ-दिल्ली और मुंबई-अहमदाबाद रूट पर दो ट्रेन चलाने के लिए आईआरसीटीसी को दी हैं। आईआरसीटीसी शुरुआत में तीन साल के लिए इन ट्रेनों का संचालन करेगी। इस ट्रेन में प्रीमियम कैटेगरी जैसी सुविधा दी जाएगी। इसलिए ट्रेन का किराया भी आम ट्रेनों के मुकाबले ज्यादा होगा। यह किराया मांग के मुताबिक कम या ज्यादा होगा। बताया जा रहा है कि ये ट्रेनें डायनेमिक फेयर सिस्टम चलेंगी।
इस ट्रेन का किराया उसी रूट पर चलने वाली शताब्दी एक्सप्रेस से ज्यादा होगा जबकि हवाई किराए से आधा होगा। ट्रेन का किराया इतना जरूर रखा जाएगा जिससे 60-70 फीसदी सीटें बुक होने के बाद ट्रेन की रनिंग कास्ट पर पहुंच सके। जिससे इसको चलाने पर आने वाला खर्च निकाला जा सके।
आईआरसीटीसी की मांग
आईआरसीटीसी की मांग है कि उसे ट्रेन के लिए टिकट बुकिंग और ट्रेन में टिकट चेकिंग की सुविधा मिले। महंगी और विशेष यात्रा सुविधा होने की वजह से इन ट्रेनों में किसी तरह की छूट या पास को मान्यता नहीं दी जाएगी।