गोरखपुर, एबीपी गंगा। श्री सिहेश्वरी देवी मन्दिर के महंत त्रिवेणी दास वेदान्ती की संदिग्ध परिस्थितियों में गुरुवार सुबह साढ़े पांच बजे जिला अस्पताल में मौत हो गई। महंत की मौत सांप काटने की वजह से हुई। मंदिर के महंत पद को लेकर काफी दिनों से विवाद चल रहा था। मृत्यु की सूचना मिलने के बाद श्रद्धालु जिला अस्पताल में जुटने लगे हैं। मौके पर एएसपी मायाराम वर्मा, एसडीएम देवेश कुमार गुप्ता, सीओ सदर सुनील कुमार सिंह, शोहरतगढ़ दिलीप कुमार सिंह, एसओ सदर दिनेश चंद्र चौधरी के साथ पुलिस फोर्स तैनात है।


चल रहा था विवाद


मंदिर के महंत की कुर्सी को लेकर करीब दो माह से विवाद चल रहा है। 60 बीघे की जमीन को लेकर भी सियासत चल रही थी। 18 जून को हुई पंचायत के बाद दूसरे गुट के शिव प्रसाद त्यागी ने स्वयं को महंत घोषित कर दिया था। शिव प्रसाद त्‍यागी सदर से भाजपा विधायक श्याम धनी राही के भाई हैं। इसकी प्रतिक्रिया में महंत त्रिवेणी दास वेदांती की ओर से लोग सड़क पर उतर गए थे और शिव प्रसाद त्यागी को मंदिर परिसर से बाहर निकाल दिया था।



प्रशासन ने की मध्यस्थता


प्रशासन ने इस मामले की मध्यस्थता की और 22 जून को तत्कालीन एसडीएम उमेश चंद्र निगम व सीओ सदर सुनील कुमार सिंह ने कागजातों को देखने के बाद न्यायालय में लंबित प्रकरण का फैसला आने तक यथास्थिति बनाए रखने का निर्देश दिया था।


परिजनों ने जताया हत्या का संदेह


महंत त्रिवेणी दास वेदांती मूलरूप से थाना खेसरहा के ग्राम मंझरिया के मूल निवासी थे। निधन की सूचना मिलने के बाद छोटे भाई की पत्नी सुभावती, बहन उर्मिला, बहू संगीता, भतीजी कुसुम, रामरती आदि जिला अस्पताल पहुंच गए। उन्होंने सुनियोजित हत्या करने का संदेह व्यक्त करते हुए पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है।



विधायक ने कहा


इस मामले में विधायक श्याम धनी राही ने कहा कि उनके भाई से उनका कोई मतलब नहीं है। इस विवाद से उनका कोई नाता नहीं है। महंत की मौत से वह खुद भी दुखी हैं। त्रिवेणी दास के निधन पर जिलाधिकारी दीपक मीणा ने कहा कि जो भी हुआ बहुत दुखद है। मंदिर का विवाद हल नहीं हुआ तो प्रशासन मंदिर व मंदिर की भूमि को कब्जे में लेते हुए रिसीवर नियुक्त कर देगा।