प्रयागराज, मोहम्मद मोईन। कोरोना वायरस के संक्रमण से लोगों को बचाने के लिए संगम नगरी प्रयागराज में धार्मिक स्थलों को बंद किये जाने का सिलसिला लगातार जारी है। साईं मंदिर और शिया जामा मस्जिद के बाद यहां अब संगम के तट पर स्थित लेटे हुए हनुमान मंदिर को भी बंद कर दिया गया है।


मंदिर के महंत ने कपाट बंद करने का फैसला पीएम नरेंद्र मोदी की अपील पर लिया है। इस प्राचीन मंदिर को फिलहाल 22 मार्च तक के लिए बंद किया गया है। मंदिर को आगे बंद रखने का फैसला बाद में लिया जाएगा। दुनिया का यह इकलौता ऐसा मंदिर है जहां बजरंग बली लेटी हुई अवस्था में हैं और इसी अनूठे स्वरुप में भक्तों को दर्शन देते हैं।



प्रयागराज में गंगा-यमुना और अदृश्य सरस्वती के त्रिवेणी संगम पर आने वाले ज़्यादातर श्रद्धालु इस मंदिर में भी दर्शन के लिए आते हैं। मंगलवार और शनिवार के दिन तो यहां श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है। मंदिर के महंत स्वामी नरेंद्र गिरि के मुताबिक लोगों की सुरक्षा के मद्देनजर इस तरह का फैसला लिया गया है। आज दोपहर को हवन और आरती के बाद मंदिर को आम श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए बंद कर दिया गया।



मंदिर में जगह-जगह कोरोना की जागरूकता के पोस्टर भी लगाए गए हैं और साथ ही माइक से एनाउंस करके भी लोगों को जानकारी दी जा रही है। प्रयागराज में साईं धाम मंदिर को भी कल ही बंद कर दिया गया था। इसके अलावा कई दूसरे मंदिरों में भी आज फैसला होना है। यहां गिरिजाघरों में तो 31 मार्च तक प्रार्थना सभाएं करने पर रोक है।