UP Assembly Election 2022: अक्सर अपने बयानों की वजह से सुर्खियों में रहने वाले ठाकुर रघुराज सिंह योगी सरकार में दर्जा प्राप्त मंत्री हैं. उन्होंने पार्टी के खिलाफ खुलकर बगावत कर दी है. बातचीत में उन्होंने कहा कि अब बीजेपी पहले जैसी नहीं रही है. मैं उस समय से बीजेपी से जुड़ा हूं जब कोई पार्टी का झंडा उठाने वाला नहीं था. साल 1984 में मैंने आरएसएस के प्रशिक्षण शिविर में ओटीसी की. लगातार 18 साल संगठन मंत्री का दायित्व संभाला. जिला से प्रदेश स्तर के कई दायित्वों का ईमानदारी से निर्वहन किया.
बेईमान को टिकट देकर मेरा अपमान-रघुराज
ठाकुर रघुराज ने कहा, मुझसे एमएलसी और कैबिनेट मंत्री बनाने की बात कही थी और बरौली सीट से मैं सर्वे में भी टॉप रहा लेकिन दलबदलुओं को पार्टी ज्यादा सम्मान दे रही है. जिस व्यक्ति से मैं 20 साल से लड़ रहा हूं उस व्यक्ति को मेरी टिकट काटकर दे दी. उन्होंने सवाल खड़े किए बीएसपी से आए और वर्तमान में मौजूद एमएलसी ठाकुर जयवीर सिंह का अभी 3 साल कार्यकाल बचा हुआ है, ऐसे में बेईमान व्यक्ति को टिकट देकर इन्होंने मेरा अपमान किया है.
जयवीर मेरी फसल काटने जा रहे हैं-रघुराज
ठाकुर ने कहा, पार्टी नेतृत्व के फैसले की वजह से जयवीर सिंह मेरी पकी पकाई फसल काटने जा रहे हैं. अगर वो इतने अच्छे नेता हैं, तो उन्होंने बीएसपी क्यों छोड़ी. जिस पार्टी का अलीगढ़ में 15 साल से किसी ने झंडा नहीं उठाया, और अब सरकार आई तो दलबदलुओं को टिकट दे दी. उन्होंने आगे कहा कि योगी आदित्यनाथ को समझना चाहिए था कि मैं उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर साथ खड़ा रहा. साल 2006 में अलीगढ़ में दंगे हुए, तो मैंने उनके साथ गिरफ्तारी दी.
जयवीर सिंह के लिए प्रचार नहीं करूंगा-रघुराज
रघुराज सिंह ने आगे कहा कि बरौली सीट पर जयवीर सिंह के लिए प्रचार नहीं करूंगा. मैंने पार्टी नेतृत्व से साफ बोला दिया है कि अलीगढ़ से बाहर मुझे जिम्मेदारी दी जाए. मैं दलबदलुओं के लिए झंडा नहीं उठा सकता, नहीं तो मुझसे जनता नाराज हो जायेगी. कल्याण सिंह के बाद अलीगढ़ से सबसे सीनियर नेता की पार्टी ने टिकट ना देकर घोर उपेक्षा की है.
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