पीलीभीत: तीन महीने बाद कब्र से निकाला महिला प्रोफेसर का शव, बेटी-दामाद पर है हत्या का आरोप
पीलीभीत में पुलिस ने रिटायर महिला प्रोफेसर के शव को कब्र से बाहर निकाला है. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है. मृतक की बेटी ने अपनी बड़ी बहन पर हत्या का आरोप लगाया है.
पीलीभीत. यूपी के पीलीभीत जिले में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. पुलिस ने सरकारी आदेश के बाद तीन महीने पहले दफन की गई रिटायर महिला प्रोफेसर के शव को कब्र से बाहर निकाल लिया है. शव को कब्जे में लेकर पुलिस ने उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. दरअसल, मृतका की बेटी ने अपनी ही बड़ी बहन और जीजा पर हत्या कर शव को दफनाने का आरोप लगाया है. उसने इसकी वजह करोड़ों की प्रॉपर्टी बताई है.
ये घटना कोतवाली पूरनपुर के शेरपुर गांव की है. मोहल्ला गणेशगंज की रहने वाली रिटायर प्रोफेसर डॉक्टर नईमा खान (74) के बेटी तहमीना खान ने जमीन और जेवरात हड़पने का आरोप लगाया था. तहमीना का आरोप है कि फर्जी दस्तावेज से उसकी मां की जमीन हड़प ली गई और फिर जहर देकर उसकी हत्या कर दी. हत्या के बाद आनन-फानन में अंतिम संस्कार भी कर दिया गया. तहमीना इस लड़ाई को अदालत तक लेकर गई. जिसके बाद अदालत के आदेश पर पुलिस ने एक महीने बाद चार आरोपियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था. वहीं अब जिलाधिकारी के आदेश पर प्रोफेसर का शव कब्र से खोदकर पोस्टमार्टम को भेजा गया है
बेटी-दामाद पर लगा हत्या का आरोप तहमीना ने 31 जनवरी को लेकर एक रिपोर्ट दर्ज कराई थी. तहमीना का आरोप है कि उनकी मां नईमा खान के घर दामाद शादाब, बेटी रुबीना, नौकर सईद और याकूब रहते थे. शादाब और रुबीना ने दोनों लोगों की मदद से फर्जी दस्तावेज तैयार कर 15 मई 2020 को उनकी हवेली अपने नाम करा ली. इसके अलावा बैंक में जमा धनराशि और एक करोड़ रुपए के आभूषण भी हड़प लिए थे. आरोप है कि 29 नवंबर 2020 को चारों आरोपियों ने नईमा को मीठा जहर देकर हत्या कर दी. हत्या के बाद नईमा को आनन-फानन में दफना दिया था.
वहीं, एसपी जय प्रकाश ने बताया कि केस दर्ज कर मजिस्ट्रेट के आदेश पर शव को कब्र से बाहर निकाल लिया गया है. फिलहाल मामले की जांच जारी है.
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