उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार यानी आज कानपुर मेट्रो के ट्रायल रन को हरी झंडी दिखाई. इसी के साथ कानपुर मेट्रो की सेवाएं 31 दिसंबर से जनता के लिए खोले जाने की उम्मीद हैं. वर्तमान में यूपी के 3 शहरों में मेट्रो ट्रेन संचालित हो रही है. इन शहरों में नोएडा, गाजियाबाद और लखनऊ शामिल है. वहीं अब कानपुर मेट्रो ट्रेन शुरू हो जाने के बाद यूपी में चार शहरों में मेट्रो ट्रेन दौड़ेगी. हालांकि प्रदेश सरकार की योजना है कि यूपी के 9 शहरों में मेट्रो ट्रेन चलाई जाए.


कानपुर मेट्रो रेल परियोजना का निर्माण कार्य 15 नवंबर  2019 को शुरू हुआ था


बता दें कि कानपुर मेट्रो का शिलान्यास 4 अक्टूबर 2016 को अखिलेश सरकार द्वारा किया गया था. 20 सितंबर 2017 को कानपुर मेट्रो के लिए केंद्र सरकार द्वारा दोबारा डीपीआर बनाने के निर्देश दिए गए थे. इसके बाद 5 सितंबर 2018 को यूपी सरकार ने कानपुर मेट्रो की नई डीपीआर केंद्र सरकार को भेजी गई थी.


आखिरकार 28 फरवरी 2019 को केंद्रीय कैबिनेट ने कानपुर मेट्रो को मंजूरी दे दी और फिर 8 मार्च 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कानपुर मेट्रो का शिलान्यास किया. कानपुर मेट्रो रेल परियोजना का निर्माण कार्य मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा 15 नवंबर, 2019 को शुरू किया गया था। परियोजना को दो साल से भी कम समय में पूरा किया गया है और आज 9 किलोमीटर लंबे प्राइमरी सेक्शन पर ट्रायल रन शुरू हो जाएगा.


कानपुर मेट्रो परियोजना के तहत करीब 32.5 किलोमीटर लंबे दो मेट्रो कॉरिडोर हैं


कानपुर मेट्रो के निर्माण की कुल लागत 11,076.48 करोड़ रुपए है. कानपुर मेट्रो परियोजना के तहत करीब 32.5 किलोमीटर लंबे दो मेट्रो कॉरिडोर प्रस्तावित हैं. पहला कॉरिडोर भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) से नौबस्ता तक है जो 23.8 किमी है. इसके लिए कुल 22 स्टेशन बनाए गए हैं. 14 स्टेशन जमीन से ऊपर हैं जबकि 8 स्टेशन भूमिगत हैं. वहीं दूसरा 8.6 किमी लंबा कॉरिडोर चंद्रशेखर आजाद कृषि विश्वविद्यालय से बर्रा तक है. इसके लिए कुल 8 स्टेशन बनाए गए हैं. 4 स्टेशन जमीन से ऊपर हैं जबकि 4 स्टेशन भूमिगत हैं.


कानपुर मेट्रो ट्रेन की ये होगी खासियत



  • कानपुर मेट्रो ट्रेन में एक बार में 974 यात्री सफर कर सकेंगे.

  • ट्रेनों की स्पीड 80 से 90 किमी प्रति घंटा तक होगी.

  • कानपुर मेट्रो ट्रेन अत्याधुनिक फायर और क्रैश सेफ्टी के स्टैंडर्ड को ध्यान में रखकर डिजाइन की गई हैं.

  • प्रत्येक मेट्रो को 24 सीसीटीवी कैमरों से लैस किया गया है.

  • हर ट्रेन में 56 यूएसबी चार्जिंग प्वाइंट और 36 एलसीडी पैनल्स लगाए गए हैं.

  • कानपुर मेट्रो ट्रेन में टॉक बैक बटन की सुविधा भी होगी ताकि इमरजेंसी की स्थिति में ट्रेन ऑपरेटर को यात्री सूचित कर सकें.

  • ट्रेनों को मॉर्डन प्रोपल्सन सिस्टम से लैस किया गया है.

  • सभी ट्रेनों में रीजेनरेटिव ब्रेकिंग सिस्टम भी दिया गया है.

  • इनके अलावा भी कानपुर की मेट्रो ट्रेन में कई विशेषताएं हैं जो इन्हें खास बनाती हैं.


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