देहरादून: कृषि कानूनों के खिलाफ किसान संगठनों द्वारा मंगलवार को आहूत 'भारत बंद' का उत्तराखंड में मिलाजुला असर रहा. जहां चमोली, पौड़ी, उत्तरकाशी और रूद्रप्रयाग जिलों में इसका बहुत कम प्रभाव देखने को मिला जबकि पिथौरागढ़ जिले में पूर्ण हड़ताल रही. राजधानी देहरादून में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष प्रीतम सिंह के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने राज्य पार्टी मुख्यालय से पल्टन बाजार तक जुलूस निकाला और बंद लागू कराने का प्रयास किया. इसे लेकर उनकी दुकानदारों से झड़प हो गयी और उन्होंने दुकानें बंद करने से मना कर दिया.


बाद में कांग्रेसजनों ने शहर के व्यस्ततम क्लॉक टॉवर इलाके में नए कृषि कानूनों के खिलाफ नारे लगाते हुए धरना दिया जिससे क्षेत्र में कुछ देर के लिए यातायात बाधित हुआ. पुलिस ने हालांकि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सिंह और उनके समर्थकों को हिरासत में लेकर जल्द ही यातायात सुचारू किया. कांग्रेसजनों को पुलिस लाइंस ले जाया गया.


सभी जिलों में कड़ी सुरक्षा के इंतजाम


शहर में ज्यादातर बाजार और दुकानें खुले रहे जबकि कुछ जगहों पर कांग्रेस या अन्य विपक्षी दलों के धरनों के कारण थोडे़-थोडे़ अंतराल के लिए यातायात अवरूद्ध हुआ. उधमसिंह नगर जिले में हालांकि, किसान संगठन बंद लागू कराने के लिए सड़कों पर उतरे लेकिन कोई अप्रिय या शांति भंग की स्थिति नहीं पैदा हुई. प्रदेश के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने कहा कि बंद के दौरान कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी जिलों में कड़ी सुरक्षा के इंतजाम हैं.


उधमसिंह नगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिलीप सिंह कुंवर ने कहा कि जिले में कड़ी सतर्कता बरती जा रही है और कहीं से अशांति की कोई खबर नहीं है. उधमसिंह नगर जिले के जसपुर, काशीपुर, बाजपुर, गदरपुर, किच्छा, सितारगंज, खटीमा और नानकमत्ता में हालांकि ज्यादातर दुकानें और व्यवसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे. वहीं चमोली, पौड़ी, उत्तरकाशी और रूद्रप्रयाग जैसे पहाड़ी जिलों में बंद का बहुत कम असर देखने को मिला लेकिन सीमांत पहाड़ी जिले पिथौरागढ़ में पूर्ण हड़ताल रही और मुख्य बाजार पूरी तरह से बंद रहे.


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