The Kashmir Files : स्वामी प्रसाद मौर्य ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में कश्मीरी पंडितों , मुसलमानों और सरदारों के उत्पीड़न का मुद्दा उठाया, अटल बिहारी वाजपेयी पर लगाए ये आरोप
The Kashmir Files : मौर्य ने लिखा, 1990 से पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में पाकिस्तानियों द्वारा लगातार कश्मीरी मुसलमानों, पंडितों एवं सरदारों को उजाड़ने व प्रताड़ित करने की घटना चली आ रही थीं.
कश्मीर से कश्मीरी पंडितों के पलायन पर बनी फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' (The Kashmir Files) पर जारी विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. इस फिल्म पर राजनीति भी जमकर हो रही है. बीजेपी (BJP) छोड़कर समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) में आए स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) भी इस विवाद में कूद पड़े हैं. उन्होंने इस फिल्म को लेकर दो ट्वीट किए हैं. इसमें उन्होंने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में कश्मीरी मुसलमानों,पंडितों और सरदारों के उत्पीड़न का जिक्र किया है. उन्होंने आरोप लगाया कि यह सब 1990 से हो रहा था, लेकिन तीन बार सरकार चलाने वाले अटल बिहारी वाजपेयी भी इस पर चुप रहे. उन्होंने अपने ट्वीट के साथ बीबीसी का एक वीडियो भी अटैच किया है.
स्वामी प्रसाद मौर्य ने क्या लिखा है
मौर्य ने लिखा है,''1990 से पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में पाकिस्तानियों द्वारा लगातार कश्मीरी मुसलमानों, पंडितों एवं सरदारों को उजाड़ने व प्रताड़ित करने की घटना चली आ रही थीं,इसके लिए पूर्व की समस्त केंद्र सरकारें जिम्मेवार रही हैं.यहां तक कि तीन बार प्रधानमंत्री रहने वाले अटल बिहारी वाजपेयी जी भी.''
सन 1990 से पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में पाकिस्तानियों द्वारा लगातार कश्मीरी मुसलमानों, पंडितों एवं सरदारों को उजाड़ने व प्रताड़ित करने की घटना चली आ रही थी, इसके लिए पूर्व की समस्त केंद्र सरकारें जिम्मेवार रहीं है यहां तक कि 3 बार प्रधानमंत्री रहने वाले अटल बिहारी वाजपेई जी भी। pic.twitter.com/H0fvfAp8zx
— Swami Prasad Maurya (@SwamiPMaurya) March 17, 2022
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उन्होंने लिखा है,''फिल्म द कश्मीर फाइल्स में केवल कश्मीरी पंडितों का उत्पीड़न दिखाया गया है जबकि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में कश्मीरी मुसलमानों,पण्डितों और सरदारों को बुरी तरह समान रूप से उजाड़ा व प्रताड़ित किया गया था.पूरा दृश्य दिखाएं. अधूरा फिल्म दिखाने से आपसी सौहार्द और भाईचारा खत्म होगा.''
फिल्म द कश्मीर फाइल्स में केवल कश्मीरी पंडितों का उत्पीड़न दिखाया गया है जबकि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में कश्मीरी मुसलमानों, पण्डितो एवं सरदारों को बुरी तरह समान रूप से उजाड़ा व प्रताड़ित किया गया था। पूरा दृश्य दिखाएं। अधूरा फिल्म दिखाने से आपसी सौहार्द और भाईचारा खत्म होगा।
— Swami Prasad Maurya (@SwamiPMaurya) March 17, 2022
स्वामी प्रसाद मौर्य ने अपने ट्वीट के साथ बीबीसी हिंदी का एक वीडियो अटैच किया है. इस वीडियो में जम्मू में रहने वाले कश्मीरी पंडितों से बातचीत है. इस वीडियो में दिख रहे लोगों का कहना है कि 1990 में जब कश्मीरी पंडितों का पलायन हुआ, उसमें पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद का हाथ था. उनका कहना है कि इस फिल्म में दोनों पक्षों की बात नहीं दिखाई गई है.
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी उठाए थे सवाल
इससे पहले सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को इस फिल्म को लेकर पत्रकारों के सवाल के जवाब में बीजेपी सरकार पर तंज कसा था.उन्होंने कहा कि यदि कश्मीर फाइल्स फिल्म बनी है तो 'लखीमपुर फाइल्स' भी बननी चाहिए.
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कश्मीरी पंडितों के पलायन और उस विभीषिका को बयान करने वाली फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' सिनेमाघरों में खूब देखी जा रही है. वहीं इस फिल्म पर सियासत भी खूब हो रही है.बीजेपी और उसके सहयोगियों की राज्य सरकारों ने इस फिल्म को टैक्स फ्री कर दिया है. विवेक अग्निहोत्री की इस फिल्म में दिखाया गया है कि किस तरह 1990 में कश्मीरी पंडित अत्याचार के बाद वहां से पलायन कर गए.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी इस फिल्म को देखने के बाद इसकी तारीफ की है.