लखनऊः उत्तर प्रदेश में विधानसभा के चुनाव अगले साल 2022 में होने हैं. उससे पहले योगी मंत्रिमंडल के विस्तार को लेकर सुगबुगाहट काफी तेज है. इसे और तेजी उस वक्त मिली जब वीआरएस लेने वाले गुजरात कैडर के अफसर ने बीजेपी की सदस्यता ग्रहण कर ली.


पार्टी मुख्यालय पर प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने एके शर्मा को बीजेपी ज्वाइन कराई. अब चर्चा इस बात की है कि एके शर्मा को हाल ही में होने वाले विधान परिषद चुनाव में पार्टी उम्मीदवार बनाएगी. कयास लगाए जा रहे हैं कि उन्हें पहले विधान परिषद भेजेगी और फिर उन्हें योगी मंत्रिमंडल में एक बड़ी जिम्मेदारी भी दी जा सकती है.






उत्तर प्रदेश की राजनीति में एके शर्मा की एंट्री

उत्तर प्रदेश में जब साल 2014 में लोकसभा के चुनाव हो रहे थे तब गुजरात मॉडल की चर्चा खूब जोरों पर थी. फिर 2017 में भी जब विधानसभा के चुनाव हुए तब भी चर्चा में गुजरात मॉडल ही रहा और अब जब 2022 के चुनाव करीब आ गए हैं तो खुद गुजरात में इस मॉडल को लागू करने वाले अफसर की सियासत में एंट्री हो गई है.


गुजरात कैडर के 1988 बैच के आईएएस अफसर जो यूपी के मऊ जिले के रहने वाले हैं एके शर्मा ने आज लखनऊ में बीजेपी मुख्यालय पर पार्टी की सदस्यता ग्रहण की हालांकि एबीपी गंगा ने 2 दिन पहले ही अपने दर्शकों को एके शर्मा की जॉइनिंग की खबर दे दी थी और हमारी खबर पर एक बार फिर मुहर लगी है.


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बेहद करीबी हैं एके शर्मा 


एके शर्मा को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बेहद करीबी अफसर माना जाता है. दरअसल वह नरेंद्र मोदी के साथ सबसे लंबे समय तक काम करने वाले आईएएस अफसरों में शुमार है. 2001 से ही वो गुजरात में चीफ मिनिस्टर ऑफिस में नरेंद्र मोदी के साथ रहे. नरेंद्र मोदी जब प्रधानमंत्री बन गए तो उन्होंने एके शर्मा को केंद्र में बुला लिया. अभी 4 दिन पहले ही एके शर्मा ने वीआरएस की जो अर्जी दी थी उसे मंजूरी मिली है. हालांकि उनका रिटायरमेंट 2022 में होना था.


अब एके शर्मा की सियासत में एंट्री के कई मायने निकाले जा रहे हैं. यूपी में सत्ता के गलियारों में चर्चा यह भी है कि बीजेपी उन्हें विधान परिषद भेजेगी और उसके बाद योगी सरकार का जो मंत्रिमंडल विस्तार होना है उसमें भी एके शर्मा को बड़ी जिम्मेदारी दी जाएगी. पार्टी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने एके शर्मा को बीजेपी ज्वाइन कराई और कहा कि उनके आने से बीजेपी को फायदा होगा और उनके अनुभव का फायदा राज्य और केंद्र सरकार को भी मिलेगा.


बीजेपी से जुड़ने पर जताई खुशी


बीजेपी की सदस्यता ग्रहण करने के बाद एके शर्मा ने कहा कि वह उत्तर प्रदेश के एक छोटे जिले मऊ से निकले और आईएएस अफसर बने. किसी राजनीतिक बैकग्राउंड के बिना बीजेपी में शामिल किया जाना उनके लिए बड़ी बात है और वह पार्टी जो भी काम देगी उसे पूरी जिम्मेदारी से करेंगे. उन्होंने कहा कि कल रात ही उन्हें बीजेपी ज्वाइन करने को कहा गया था.


मकर सक्रांति से बीजेपी ने पार्टी में 2022 के चुनाव को देखते हुए सदस्यता अभियान की शुरुआत कर दी है. उत्तर प्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर चर्चा तो लंबे समय से चल रही है लेकिन अब विधान परिषद चुनाव के बाद इसके होने की संभावना प्रबल है और ठीक इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी अफसरों में शुमार एक आईएएस अफसर का बीजेपी का दामन थामना सियासत में होने वाले बदलाव को लेकर कई बड़े संकेत दे रहा है.


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