लखनऊ: राजधानी लखनऊ में बड़े सर्राफा व्यवसायी जुगल किशोर ज्वैलर्स एंड बैंकर्स के यहां चोरों ने बड़ी चोरी की वारदात को अंजाम दिया है. पड़ोस के खाली मकान की छत से अंदर घुसे चोरों ने गैस कटर से स्ट्रांग रूम को काटकर लाखों के जेवरात और नकदी लेकर फरार हो गये. सूचना पर पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर समेत तमाम पुलिस अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचे और घटना स्थल का निरीक्षण किया. डीके ठाकुर ने जुगल किशोर के ओनर सहित तमाम कर्मचारियों से घटना के संबंध में पूछताछ की है. खुलासे के लिए एसटीएफ सहित पुलिस की कई टीमों को लगाया गया है. जिस वक्त घटना हुई उस वक्त शोरूम में सभी सीसीटीवी बन्द थे.
मौके पर पहुंचे पुलिस कमिश्नर
अमीनाबाद थाना क्षेत्र में लखनऊ के प्रतिष्ठित सर्राफा व्यवसायी जुगल किशोर एंड बैंकर्स के यहां उस वक्त हड़कंप मच गया, जब शोरूम मालिक अरविंद रस्तोगी सुबह शोरूम पहुंचे और अंदर का नजारा देख कर हैरान हो गए. अंदर शो रूम में एक स्ट्रांग रूम कटा हुआ पड़ा था और उसमें रखे जेवरात और नकदी गायब थी. पास में ही अस्त-व्यस्त हालात में गैस कटर व अन्य सामान और लॉकर पड़े हुए थे. फौरन इसकी सूचना पुलिस को दी गई तो खुद पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर समेत तमाम अधिकारियों के साथ मौके पर पहुँचे. पड़ताल की तो राहत की बात रही कि चोर सिर्फ एक स्ट्रांग रूम ही काटकर उसमे रखी नकदी और जेवरात लेकर फरार हुए थे.
छत से पहुंचे शो रूम के अंदर
मौके पर सभी सीसीटीवी बंद होने से बदमाश का अभी तक कोई सुराग पुलिस को नहीं मिल सका. मामले में एसटीएफ सहित पुलिस की कई टीमों को खुलासे के लिए लगाया गया है. फॉरेंसिक और डॉग स्क्वायड की टीम भी लगाई गई हैं. चोर रात के अंधेरे में पड़ोस के खाली मकान की छत से शोरूम तक पहुंचे थे और गैस कटर की मदद से पहले दरवाजे के ताला काटा बाद में अंदर दाखिल हो तीनों माले में रखे तमाम लॉकर, तिजोरी खोलने की कोशिश की लेकिन महज स्ट्रांग रूम को काटकर उसमे रखी नकदी और ज्वैलरी लेकर चलते बने.
इस घटना में चोर कितना जेवर और नकदी ले गए इसका जवाब न पुलिस के पास मिला न जुगल किशोर ज्वैलर्स के मालिक अरविंद रस्तोगी बता पाए. अरविंद का कहना है कि आकलन के बात ही साफ हो पायेगा कि, आखिर चोर कितने की नकदी और कीमती जेवरात ले गए.
पुलिस पर सवाल खड़े हुये
इस चोरी ने खाकी पर कई सवाल भी खड़े कर दिए हैं. घटना स्थल से महज एक से डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर अमीनाबाद थाना है और महज 50 मीटर की दूरी पर चौकी है. बावजूद इसके घटना की जानकारी थाने और चौकी पर मौजूद थानाध्यक्ष और चौकी इंचार्ज को नहीं हो पाई. सवाल ये भी है कि आखिर रात्रि गश्त पर मौजूद पुलिसकर्मी कहां थे? बहरहाल अब देखना होगा कि, राजधानी पुलिस इस बड़ी चोरी की वारदात का खुलासा कर आरोपियों को कब तक गिरफ्तार कर पाती है?
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