एंटरटेनमेंट डेस्क। बॉलिवुड में कई सितारों ने अपनी एक्टिंग से कुछ खास जगह बनाई और उन किरदारो को जीवित भी रखा। किसी ने खलनायक की भूमिका में तो किसी ने मां के किरदार में खुद को इस तरह पिरोया कि लोग उन्हें असल जिंदगी में भी पर्दे से जोड़ कर देखने लगे। ऐसे ही एक कलाकार रहीं दीना पाठक।



दीना ने अपने करियर की शुरुआत गुजराती थियेटर से की थी। रंगमंच में कई नाटक करने के बाद दीना ने करियावर, उसकी कहानी, सारा आकाश, सत्याकाम जैसी फिल्मों से अपने कॅरियर की शुरूआत की। इसके बाद दीना ने गुलजार की फिल्म ‘मीरा’ में उन्होंने राजा बीरमदेव की रानी कुंवरबाई का रोल किया।



दीना पाठक को फ़िल्मों में मां का किरदार निभाते हुए देख ऐसा लगता था कि कोई पड़ोस में ही रहने वाली कोई बुजुर्ग महिला है या फिर उनको देखकर अपनी दादी की याद आ जाती थी। दीना की शादी बलदेव पाठक से हुई। जो मुंबई में गेटवे ऑफ इंडिया के पास कपड़े सिलने की दुकान चलाते थे।



आपको बता दें, बलदेव पाठक सभी बड़े सितारो के कपड़े डिजाइन करते थे। जैसे की राजेश खन्ना और दिलीप कुमार। दीना पाठक के पति बलदेव इंडिया के पहले डिजाइनर थे।



अभिनेत्री दीना पाठक ने करीब 120 से ज्यादा फिल्मों में काम किया है। फिल्मों के साथ वो गुजराती थियेटर में भी काफी सक्रिय थीं। उन्हीं के प्रभाव के चलते दीना पाठक की दोनों बेटियां रत्ना और सुप्रिया थियेटर में आईं। दीना पाठक की दो बेटियां हैं। रत्ना पाठक और सुप्रिया पाठक। नसीरूद्दीन शाह रत्ना के पति हैं यानि दीना के दामाद, जबकि सुप्रिया पाठक ने अभिनेता पंकज कपूर से शादी की है।